नई दिल्लीः तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादित बयान को लेकर दिल्ली में घमासान है. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू और कोरोना वायरस से करते हुए इसे नष्ट करने की अपील की है. इस बयान के विरोध में सोमवार को चाणक्यपुरी स्थित तमिलनाडु भवन में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रधान रेजिडेंट कमिश्नर के माध्यम से तमिलनाडु के सीएम को विरोध पत्र सौंपा. बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, रमेश बिधूड़ी, मनोज तिवारी, डॉ. हर्षवर्धन ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि "तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने किस तरह से सनातन धर्म को डेंगू-मलेरिया बताया हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप लोग भारतीय जनता पार्टी का विरोध करें, बीजेपी के नेताओं का विरोध करें, लेकिन इतना विरोध नहीं करें कि आप लोग पूरे हिंदुओं के सनातन का ही विरोध करने पर उतर आएं. देश की 140 करोड़ जनता इसका जवाब देगी."
उन्होंने कहा कि देश पर सनातन धर्म को मिटाने के लिए मुगल कई सालों तक साजिश करते रहे. तब सनातन धर्म नहीं मिटा पाए. ये तो एक राज्य के मुख्यमंत्री के बेटे मात्र हैं, तो इनकी क्या औकात है. इस दौरान उन्होंने इशारों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा. रमेश बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तो बात ही छोड़ दीजिए. वह पूरे मामले पर कुछ नहीं बोलेंगे, क्योंकि वे लोग गठबंधन का हिस्सा हैं. दो दिन पहले ही गठबंधन की बैठक मुंबई में हुई थी.
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