नई दिल्ली: चुनावी मौसम में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. दिल्ली बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है. बीजेपी का आरोप है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर दिल्ली के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के पेरेंट्स को चिट्ठी लिखी और बीजेपी को वोट न देने की अपील की.
गुरूवार को बीजेपी ने इस संबंध में मुख्य चुनाव अधिकारी को शिकायत दी है. प्रदेश बीजेपी कार्यालय में गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मनीष सिसोदिया के लिखे पत्र को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया. जिसकी शिकायत मुख्य चुनाव अधिकारी को दी गई है.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए झूठे विज्ञापनों का सहारा ले रही है. विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जो पत्र मनीष सिसोदिया भेज रहे हैं उस पर तो कोई तारीख नहीं है और उसमें मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री आवास का जिक्र करते हुए अभिभावकों को भेजा जा रहा है.
स्पीड पोस्ट से भेजी गई हर चिट्ठी को भेजने का खर्च 18 रुपये हैं. पत्र पर तो कोई तारीख नहीं है लेकिन स्पीड पोस्ट के नंबर से सारा ट्रेक रिकॉर्ड सामने आ रहा है कि कब ये पत्र भेजने का सिलसिला शुरू हुआ.
चुनाव में फायदा लेने के लिए 1 अप्रैल से ऐसे पत्र हजारों की तादाद में अभिभावकों को भेजे जा रहे हैं. चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली सरकार दिल्ली की जनता के टैक्स के रूप में वसूले गए पैसों का दुरुपयोग कर रही है. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री आवास से दिल्ली के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों को जो पत्र लिखा गया उसमें साफ तौर से कहा गया है कि वह आगामी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वोट ना दें.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी को दिल्ली के अभिभावकों का निजी डाटा इस्तेमाल ना करने के निर्देश देने के बावजूद आम आदमी पार्टी ने खुले आम चुनाव आयोग का माखौल उड़ाते हुए उसके आदेश का उल्लंघन किया है.