नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा का सत्र 15 दिसंबर को बुलाया गया है. इससे पहले अगस्त में विधानसभा का सत्र बुलाया गया था. सत्र के लिए सभी विधायकों को नोटिस भेज दिया गया है. यह सत्र विधानसभा के चौथे सत्र के चौथे भाग की बैठक का हिस्सा होगा. अभी विधानसभा का सत्र एक दिन के लिए बुलाया गया है. जानकारी के अनुसार, आगामी विधानसभा सत्र में दिल्ली प्रदूषण से जुड़े मुद्दे पर तीखी बहस देखने को मिल सकती है.
अचानक दिल्ली विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर पूर्व में दिल्ली सर्विस बिल पर संसद में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि दिल्ली की विधानसभा में तो नियमानुसार सत्र नहीं बुलाया जाता है. यह देश की ऐसी विधानसभा है, जहां सत्र को कभी खत्म नहीं किया जाता है. वर्ष 2020 में दिल्ली विधानसभा का एक ही सत्र बुलाया गया, जिसमें पांच बैठक हुई थी. 2021 में भी एक ही बजट सत्र बुलाया गया, जिसमें चार बैठकर हुई थी. वर्ष 2022 में एक ही बजट सत्र बुलाया गया और फिर 2023 में भी अभी तक एक ही सत्र बुलाया गया है.
- ये भी पढ़ें: हंगामे की भेंट चढ़ी MCD सदन की कार्यवाही, कांग्रेस पार्षद पर AAP पार्षदों की अपमानजनक टिप्पणी के बाद हंगामा
बता दें, 15 दिसंबर को बुलाया गया दिल्ली विधानसभा का सत्र भी विधानसभा के चौथे सत्र का चौथा भाग है. पिछले सत्र में बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया था, अब दिसंबर में बुलाया गया सत्र उसी का हिस्सा माना जाएगा. विधानसभा में विपक्ष के विधायक भी कम दिनों के सत्र बुलाए जाने पर सवाल उठाते रहे हैं. विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी सत्र के दौरान प्रश्न काल व अन्य चर्चाएं नियम अनुसार नहीं कराए जाने को लेकर अपना विरोध जताते रहे हैं.