नई दिल्लीः दिल्ली के कोरोना अस्पताल में ड्यूटी के दौरान मरने वाले हेल्थ केयर वर्कर्स की विस्तृत रिपोर्ट संबंधित अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर को अब 24 घंटे के अंदर रेवेन्यू डिपार्टमेंट को सौंपनी होगी. इस संबंध में दिल्ली सरकार के हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेट्री डॉ. आशीष चंद्र वर्मा ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर के लिए ऑर्डर जारी किया है.
24 घंटे में सौंपे प्रपोजल
ऑर्डर में इस बात का उल्लेख है कि हेल्थ केयर वर्कर अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना से संक्रमित लोगों का इलाज कर रहे हैं. कई बार ड्यूटी के दौरान हेल्थ केयर वर्कर कोरोना से संक्रमित हो जाते हैं, जिसके कारण उनकी मौत हो जाती है. ऐसे में पीड़ित परिवार को सहायता राशि देने में कोई विलंब ना हो, इसके लिए दिल्ली सरकार ने एक विशेष स्कीम लागू की है.
इसके अंतर्गत दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर ऐसे किसी मामले में 24 घंटे के अंदर एक प्रपोजल बनाकर रेवेन्यू डिपार्टमेंट को सौंपेंगे, के ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द सहायता राशि उपलब्ध कराई जा सके.
एक करोड़ की सहायता राशि देती है दिल्ली सरकार
बता दें कि कोरोना ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले हेल्थ केयर वर्कर को दिल्ली सरकार 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देती है. कई बार सहायता राशि देने में विलंब हो जाता है, क्योंकि संबंधित अस्पतालों द्वारा देरी से प्रपोजल रेवेन्यू डिपार्टमेंट को भेजे जाते हैं. ऐसे में अब दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर के लिए एक ऑर्डर जारी किया है, जिसके बाद अब 24 घंटे के अंदर ऐसे मामलों की रिपोर्ट रेवेन्यू डिपार्टमेंट को सौंपनी होगी.