डीडीए उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन मांगे गए हैं. यह आवेदन ऑनलाइन किये जा सकते हैं. इसके लिए वेबसाइट पर सभी नियमों की जानकारी भी दी गई है, लेकिन इसके साथ ही डीडीए भी लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.
लगाए जाएंगे हेल्प डेस्क
उन्होंने यह तय किया है कि जिस जगह पर यह जमीन है, वहां पर हेल्प डेस्क लगाए जाएंगे. इन पर डीडीए के कर्मचारी होंगे जो लोगों को समझाएंगे कि किस तरह से आवेदन किया जाएगा और कैसे उन्हें अनुमति मिलेगी. इसके बावजूद अगर किसी को परेशानी आए तो वो डीडीए अधिकारी से विकास सदन में संपर्क कर सकते हैं.
उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि हेल्प डेस्क के अलावा नुक्कड़ नाटक के जरिये भी लोगों को लैंड पूलिंग पालिसी के बारे में समझाया जाएगा. जमीन वाली जगह पर यह नुक्कड़ नाटक आयोजित किये जायेंगे. इसके जरिये यह बताया जाएगा कि किस तरह से लोग अपने जमीन को एकत्रित कर डीडीए को सौंपेंगे. उसे किस तरह डीडीए विकसित करेगा और किस तरह से वहां फ्लैट तैयार किए जाएंगे.
17 लाख फ्लैट होंगे तैयार
डीडीए के अनुसार यहां लगभग 109 सेक्टर को पांच विभाग में बांटा गया है. यहां लगभग 17 लाख फ्लैट तैयार होंगे जिनमें 75 लाख से ज्यादा लोग रहेंगे. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयां (मॉल, दुकान) भी यहां पर बनेंगी. डीडीए के पास जमा करवाई गई जमीन में से 40 फीसदी को डीडीए रख लेगा जबकि 60 फीसदी को फ्लैट बनाने के लिए लौटा दिया जाएगा. इस 40 फीसदी क्षेत्र में सड़क, सीवर, अस्पताल, स्कूल आदि बनाए जाएंगे.