ETV Bharat / state

लैंड पूलिंग पॉलिसी के लिए DDA से ऐसे मिलेगी जानकारी

नई दिल्ली: दिल्ली में लंबे समय से लंबित चल रही लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया अब शुरु हो गई है, लेकिन अभी भी आवेदनकर्ताओं में जानकारी का अभाव है. इसे ध्यान में रखते हुए डीडीए अब आवेदनकर्ताओं को जागरूक करने का काम करेगा. इसके लिए हेल्प डेस्क लगाने से लेकर नुक्कड़ नाटक करने की तैयारी डीडीए ने कर ली है.

लैंड पूलिंग पॉलिसी के लिए DDA से ऐसे मिलेगी जानकारी
author img

By

Published : Feb 6, 2019, 8:46 PM IST

डीडीए उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन मांगे गए हैं. यह आवेदन ऑनलाइन किये जा सकते हैं. इसके लिए वेबसाइट पर सभी नियमों की जानकारी भी दी गई है, लेकिन इसके साथ ही डीडीए भी लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

लगाए जाएंगे हेल्प डेस्क
उन्होंने यह तय किया है कि जिस जगह पर यह जमीन है, वहां पर हेल्प डेस्क लगाए जाएंगे. इन पर डीडीए के कर्मचारी होंगे जो लोगों को समझाएंगे कि किस तरह से आवेदन किया जाएगा और कैसे उन्हें अनुमति मिलेगी. इसके बावजूद अगर किसी को परेशानी आए तो वो डीडीए अधिकारी से विकास सदन में संपर्क कर सकते हैं.

लैंड पूलिंग पॉलिसी के लिए DDA से ऐसे मिलेगी जानकारी
नुक्कड़ नाटक के जरिये भी देंगे जानकारी
undefined

उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि हेल्प डेस्क के अलावा नुक्कड़ नाटक के जरिये भी लोगों को लैंड पूलिंग पालिसी के बारे में समझाया जाएगा. जमीन वाली जगह पर यह नुक्कड़ नाटक आयोजित किये जायेंगे. इसके जरिये यह बताया जाएगा कि किस तरह से लोग अपने जमीन को एकत्रित कर डीडीए को सौंपेंगे. उसे किस तरह डीडीए विकसित करेगा और किस तरह से वहां फ्लैट तैयार किए जाएंगे.

17 लाख फ्लैट होंगे तैयार
डीडीए के अनुसार यहां लगभग 109 सेक्टर को पांच विभाग में बांटा गया है. यहां लगभग 17 लाख फ्लैट तैयार होंगे जिनमें 75 लाख से ज्यादा लोग रहेंगे. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयां (मॉल, दुकान) भी यहां पर बनेंगी. डीडीए के पास जमा करवाई गई जमीन में से 40 फीसदी को डीडीए रख लेगा जबकि 60 फीसदी को फ्लैट बनाने के लिए लौटा दिया जाएगा. इस 40 फीसदी क्षेत्र में सड़क, सीवर, अस्पताल, स्कूल आदि बनाए जाएंगे.

डीडीए उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन मांगे गए हैं. यह आवेदन ऑनलाइन किये जा सकते हैं. इसके लिए वेबसाइट पर सभी नियमों की जानकारी भी दी गई है, लेकिन इसके साथ ही डीडीए भी लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

लगाए जाएंगे हेल्प डेस्क
उन्होंने यह तय किया है कि जिस जगह पर यह जमीन है, वहां पर हेल्प डेस्क लगाए जाएंगे. इन पर डीडीए के कर्मचारी होंगे जो लोगों को समझाएंगे कि किस तरह से आवेदन किया जाएगा और कैसे उन्हें अनुमति मिलेगी. इसके बावजूद अगर किसी को परेशानी आए तो वो डीडीए अधिकारी से विकास सदन में संपर्क कर सकते हैं.

लैंड पूलिंग पॉलिसी के लिए DDA से ऐसे मिलेगी जानकारी
नुक्कड़ नाटक के जरिये भी देंगे जानकारी
undefined

उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि हेल्प डेस्क के अलावा नुक्कड़ नाटक के जरिये भी लोगों को लैंड पूलिंग पालिसी के बारे में समझाया जाएगा. जमीन वाली जगह पर यह नुक्कड़ नाटक आयोजित किये जायेंगे. इसके जरिये यह बताया जाएगा कि किस तरह से लोग अपने जमीन को एकत्रित कर डीडीए को सौंपेंगे. उसे किस तरह डीडीए विकसित करेगा और किस तरह से वहां फ्लैट तैयार किए जाएंगे.

17 लाख फ्लैट होंगे तैयार
डीडीए के अनुसार यहां लगभग 109 सेक्टर को पांच विभाग में बांटा गया है. यहां लगभग 17 लाख फ्लैट तैयार होंगे जिनमें 75 लाख से ज्यादा लोग रहेंगे. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयां (मॉल, दुकान) भी यहां पर बनेंगी. डीडीए के पास जमा करवाई गई जमीन में से 40 फीसदी को डीडीए रख लेगा जबकि 60 फीसदी को फ्लैट बनाने के लिए लौटा दिया जाएगा. इस 40 फीसदी क्षेत्र में सड़क, सीवर, अस्पताल, स्कूल आदि बनाए जाएंगे.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली में लंबे समय से लंबित चल रही लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन करना अब शुरु हो गया है. लेकिन अभी भी आवेदनकर्ताओं में जानकारी का अभाव है. इसे ध्यान में रखते हुए डीडीए अब आवेदनकर्ताओं को जागरूक करने का काम करेगा. इसके लिए हेल्प डेस्क लगाने से लेकर नुक्कड़ नाटक करने की तैयारी डीडीए ने कर ली है.


Body:डीडीए उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि लैंड पूलिंग पालिसी के तहत आवेदन मांगे गए हैं. यह आवेदन ऑनलाइन किये जा सकते हैं. इसके लिए वेबसाइट पर सभी नियमों की जानकारी भी दी गई है. लेकिन इसके साथ ही डीडीए भी लोगों को जागरूक करने का काम करेगी. उन्होंने यह तय किया गया है कि जिस जगह पर यह जमीन हैं, वहां पर हेल्प डेस्क लगाए जाएंगे. इन पर डीडीए के कर्मचारी होंगे जो लोगों को समझाएंगे कि किस तरह से आवेदन किया जाएगा और कैसे उन्हें अनुमति मिलेगी. इसके बावजूद अगर किसी को परेशानी आये तो वह डीडीए अधिकारी से विकास सदन में संपर्क कर सकते हैं.


नुक्कड़ नाटक के जरिये भी देंगे जानकारी
उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने बताया कि हेल्प डेस्क के अलावा नुक्कड़ नाटक के जरिये भी लोगों को लैंड पूलिंग पालिसी के बारे में समझाया जाएगा. जमीन वाली जगह पर यह नुक्कड़ नाटक आयोजित किये जायेंगे. इसके जरिये यह बताया जाएगा कि किस तरह से लोग अपनी जमीन को एकत्रित कर डीडीए को सौंपेंगे. उसे किस तरह डीडीए विकसित करेगा और किस तरह से वहां फ्लैट तैयार किये जायेंगे.


17 लाख फ्लैट होंगे तैयार
डीडीए के अनुसार यहां लगभग 109 सेक्टर को पांच विभाग में बांटा गया है. यहां लगभग 17 लाख फ्लैट तैयार होंगे जिनमें 75 लाख से ज्यादा लोग रहेंगे. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयां (मॉल, दुकान) भी यहां पर बनेंगी. डीडीए के पास जमा करवाई गई जमीन में से 40 फीसदी को डीडीए रख लेगा जबकि 60 फीसदी को फ्लैट बनाने के लिए लौटा दिया जाएगा. इस 40 फीसदी क्षेत्र में सड़क, सीवर, अस्पताल, स्कूल आदि बनाये जाएंगे.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.