नई दिल्लीः दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग (डीसीपीसीआर) ने कोरोना काल में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों की जानकारी दी है. डीसीपीसीआर (Delhi Commission for Protection of Child Rights) ने बताया है कि ऐसे 59 बच्चों का पता लगाया गया है, जिन्होंने कोरोना की वजह से अपने माता पिता दोनों को खो दिया है. हालांकि डीसीपीसीआर का कहना है कोरोना काल में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों की संख्या इस आंकड़े से भी कहीं ज्यादा है. डीसीपीसीआर के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने बताया कि उनकी हेल्पलाइन और सरकार से मिले आंकड़ों के आधार पर अभी तक कुल 59 बच्चों को ट्रेस किया गया है.
इसके अलावा और बच्चों की जानकारी जुटाई जा रही है, जिन्होंने इस पूरे कोरोना काल में अपने माता पिता को खो दिया है. ऐसे बच्चों की डीसीपीसीआर हर संभव मदद करेगा. भविष्य से लेकर वर्तमान समय में सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा, डीसीपीसीआर ने बताया कि जिन बच्चों को ट्रेस किया गया है उनमें से दो से तीन बच्चे चिल्ड्रन होम में है, वहीं कुछ अपने रिश्तेदार के साथ रह रहे हैं. बाकी कई बच्चों के रिश्तेदार सामने नहीं आए हैं.
59 बच्चों को ट्रेस किया गया
अनुराग कुंडू (Anurag Kundu) ने बताया कि दिल्ली में हमने अब तक 59 बच्चों को ट्रेस किया है, जिन बच्चों के माता-पिता का निधन मार्च से लेकर अब तक के महीने में हुआ है. वहीं 1350 ऐसे बच्चे हैं, जिनके माता या पिता में से किसी एक का निधन हुआ है, इनका पता हमें हमारी हेल्प लाइन नंबर के जरिए मिला है. जिस पर कॉल करके DCPCR से मदद मांगी गई थी.
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जानकारी जुटाई जा रही है
अनुराग कुंडू ने बताया कि जिन बच्चों के माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई है ऐसे बच्चों की संख्या काफी ज्यादा होगी. ऐसे बच्चों को ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. इसको लेकर डीसीपीसीआर (DCPCR) की टीम सर्वे कर रही है, सरकार से कोविड से मरने वाले लोगों का डाटा लिया गया है और हम जानकारी जुटा रहे हैं.
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हेल्पलाइन नंबर पर 3500 कॉल मिली
डीसीपीसीआर के अध्यक्ष ने बताया कि अब तक इस सिलसिले में डीसीपीसीआर की हेल्पलाइन नंबर पर 3500 मिली हैं. इनमें से 85 फीसदी कॉल का 24 घंटे के अंदर निपटारा कर दिया गया. साथ ही जिन परिवारों की ओर से मेडिकल या राशन को लेकर कोई मदद मांगी गई थी, उन्हें 15 दिन के भीतर मदद पहुंचाई गई.