नई दिल्ली: चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने कहा है कि 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन आयोजित होना है. इसको देखते हुए सरकार ने 8 से 10 सितंबर तक नई दिल्ली जिले में पड़ने वाले बाजारों को बंद करने का नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे नई दिल्ली एरिया के अंतर्गत आने वाले समस्त व्यापारी मायूस हैं.
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि बाजारों को बंद करना ठीक नहीं है. भारत से पहले जिन देशों में जी-20 शिखर सम्मेलन आयोजित हुए हैं, वहां पर मार्केट्स बंद नहीं हुए थे. 2022 में इंडोनेशिया के बाली, 2021 में इटली के मटेरा, 2020 में सउदी अरब के रियाद में जी-20 शिखर सम्मेलन हो चुके हैं.
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CTI ने अपनी रिसर्च में पाया है कि इन देशों में जब जी-20 समिट हुए थे, वहां के स्थानीय बाजार खुले थे. शहरों को खूबसूरत तरीके से सजाया-संवारा गया था. उस समय सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे डेलीगेट्स और उनके परिवार ने समय मिलने पर मार्केट्स में जाकर खरीदारी भी की. उस देश की संस्कृति को बाजारों के माध्यम से समझा. उन्हें खान-पान, फैशन, जूलरी, कपड़े और ट्रेडिशन को जानने का मौका मिला.
बृजेश गोयल ने कहा कि सीटीआई ने आज इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को पत्र लिखकर मांग की है कि इस तरह का अवसर विदेशी मेहमानों को अपने देश में भी मिलना चाहिए. प्रत्येक देश चाहता है कि उसकी संस्कृति, विरासत, व्यंजन, विशेषता दुनिया भर में पहुंचे. ऐसे बड़े सम्मेलनों में प्रभावशाली गेस्ट आते हैं। बाहर से आने वाले मेहमान बाजारों में जाकर अपने, परिवार, रिश्तेदार, दोस्तों के लिए कुछ न कुछ तोहफा जरूर ले जाते हैं। यदि मार्केट बंद रहेंगे, तो वो क्या परचेज करेंगे?
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