ETV Bharat / state

चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल में कालकाजी मंदिर में उमड़ा भक्तों का हुजूम, ग्रहण के दौरान होती है विशेष पूजा - Kalkaji temple

प्रसिद्ध देवी मंदिर कालकाजी मंदिर चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान खुला रहता है और यहां विशेष पूजा होती है. साल 2023 के अंतिम चंद्रग्रहण पर भी इस मंदिर में विशेष पूजा हुई. चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल में कालकाजी मंदिर की पूजा में काफी भक्तों का तांता लगा रहा.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 28, 2023, 10:51 PM IST

प्रसिद्ध देवी मंदिर कालकाजी मंदिर में ग्रहण के दौरान पूजा

नई दिल्ली: शनिवार और रविवार की अर्ध रात्रि में इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगा है. अमूमन चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान सनातन परंपरा के मंदिर बंद रहते हैं. वहीं कालकाजी मंदिर एक ऐसा मंदिर है जो सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान बंद नहीं होता है. इस मंदिर पर माता की असीम कृपा है जिसके कारण चाहे चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण, मां के कपाट खुले रहते हैं और इस दौरान यहां पर विशेष पूजा होती है.

चंद्र ग्रहण पर उमड़ी भीड़: साल 2023 के अंतिम चंद्रग्रहण से पहले दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में चंद्र ग्रहण के सूतक काल में भक्तों का हुजूम उमड़ा हैं. शनिवार की रात चंद्र ग्रहण लग रहा है और भारत में चंद्र ग्रहण का समय रात्रि के 1:04 से लेकर 2:24 तक है. बता दें चंद्रग्रहण से 9 घंटा पहले सूतक लग जाता है और सूतक के दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं सूतक लगने का समय शनिवार शाम 4:04 से ही है. वही सूतक के दौरान कालकाजी मंदिर में माता की विशेष पूजा की गई और यहां पर इस दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ी रही.

ये भी पढ़ें: Sharad Purnima 2023 : आज रात भूलकर भी न करें ये काम, कब करें माता लक्ष्मी की पूजा जानिए इस खबर में

मंदिर में हुई विशेष पूजा: कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटा पहले सूतक लग जाता है और इस दौरान मंदिर बंद हो जाते हैं लेकिन कालका जी मंदिर पर विशेष कृपा माता की है और यह मंदिर चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के दौरान खुला रहता है और यहां माता की विशेष पूजा अर्चना ग्रहण के दौरान होती है. इस दौरान आज यहां पर भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. भक्त बड़ी संख्या में आ रहे हैं और माता के दर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया की भारत में चंद्र ग्रहण का समय रात्रि के 1:04 से लेकर 2:24 तक हैं. सूतक के दौरान कालकाजी मंदिर में माता की विशेष पूजा की गई और इस दौरान भक्तों का हुजूम उमड़ा रहा.

ये भी पढ़ें: Karva Chauth 2023 : करवा चौथ 1 नवंबर को, पति के लंबी आयु के लिए सुहागिनें रखेंगी व्रत

प्रसिद्ध देवी मंदिर कालकाजी मंदिर में ग्रहण के दौरान पूजा

नई दिल्ली: शनिवार और रविवार की अर्ध रात्रि में इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगा है. अमूमन चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान सनातन परंपरा के मंदिर बंद रहते हैं. वहीं कालकाजी मंदिर एक ऐसा मंदिर है जो सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान बंद नहीं होता है. इस मंदिर पर माता की असीम कृपा है जिसके कारण चाहे चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण, मां के कपाट खुले रहते हैं और इस दौरान यहां पर विशेष पूजा होती है.

चंद्र ग्रहण पर उमड़ी भीड़: साल 2023 के अंतिम चंद्रग्रहण से पहले दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में चंद्र ग्रहण के सूतक काल में भक्तों का हुजूम उमड़ा हैं. शनिवार की रात चंद्र ग्रहण लग रहा है और भारत में चंद्र ग्रहण का समय रात्रि के 1:04 से लेकर 2:24 तक है. बता दें चंद्रग्रहण से 9 घंटा पहले सूतक लग जाता है और सूतक के दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं सूतक लगने का समय शनिवार शाम 4:04 से ही है. वही सूतक के दौरान कालकाजी मंदिर में माता की विशेष पूजा की गई और यहां पर इस दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ी रही.

ये भी पढ़ें: Sharad Purnima 2023 : आज रात भूलकर भी न करें ये काम, कब करें माता लक्ष्मी की पूजा जानिए इस खबर में

मंदिर में हुई विशेष पूजा: कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटा पहले सूतक लग जाता है और इस दौरान मंदिर बंद हो जाते हैं लेकिन कालका जी मंदिर पर विशेष कृपा माता की है और यह मंदिर चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के दौरान खुला रहता है और यहां माता की विशेष पूजा अर्चना ग्रहण के दौरान होती है. इस दौरान आज यहां पर भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. भक्त बड़ी संख्या में आ रहे हैं और माता के दर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया की भारत में चंद्र ग्रहण का समय रात्रि के 1:04 से लेकर 2:24 तक हैं. सूतक के दौरान कालकाजी मंदिर में माता की विशेष पूजा की गई और इस दौरान भक्तों का हुजूम उमड़ा रहा.

ये भी पढ़ें: Karva Chauth 2023 : करवा चौथ 1 नवंबर को, पति के लंबी आयु के लिए सुहागिनें रखेंगी व्रत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.