नई दिल्ली: राजधानी में साल 2020 में अधिकांश अपराधों में कमी दर्ज की गई है. केवल हत्या प्रयास और झपटमारी की वारदातों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. दिल्ली पुलिस के लिए अपराध के आंकड़ों में आई कमी राहत की खबर है, लेकिन इसका कारण पुलिस मुस्तैदी से ज्यादा देशभर में लगा लॉकडाउन रहा है.
लॉकडाउन के चलते अप्रैल और मई महीने में सभी अपराधों में 80 फीसदी से ज्यादा कमी आई थी.
जानकारी के अनुसार इस साल की शुरुआत से अधिकांश अपराध साल 2019 के बराबर ही हो रहे थे. लेकिन मार्च महीने के अंत में जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा लॉकडाउन की घोषणा की गई, लोगों का घर से निकलना लगभग बंद हो गया. वहीं सड़क पर जगह-जगह पुलिस एवं अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो गई.
इसके साथ ही अधिकांश स्ट्रीट क्राइम से लेकर महिलाओं के लिए प्रति होने वाले अपराध भी कम होने लगे. लॉकडाउन हटने के बाद एक बार फिर अपराध की संख्या बढ़ने लगी लेकिन वह वर्ष 2019 के आंकड़ों को पार नहीं कर सके.
इसलिए यह माना जा रहा है कि 2020 में अपराध के आंकड़ों के कम होने का प्रमुख कारण लॉकडाउन रहा है.
दिल्ली में साल 2019 और 2020 में अपराधों के आंकड़े-
झपटमारी और हत्या प्रयास में हुई बढ़ोत्तरी
दिल्ली पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार इस साल जिन दो अपराधों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है, वह झपटमारी और हत्या के प्रयास हैं. लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद से झपटमारी की वारदातों को ज्यादा अंजाम दिया गया जिसकी वजह से इसमें 2019 के मुकाबले बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.
वर्ष 2019 में जहां 15 अक्टूबर तक झपटमारी की 5011 वारदातें हुई थीं तो वहीं इस वर्ष झपटमारी की 5928 वारदातें बीते 15 अक्टूबर तक हो चुकी हैं. इसके अलावा हत्या प्रयास की वारदातों में भी लगभग 20 फीसदी की वृद्धि हुई है.
वर्ष 2019 में जहां हत्या प्रयास की 385 वारदातें 15 अक्टूबर तक हुई थीं तो वहीं इस वर्ष हत्या प्रयास की 457 वारदातें इस अवधि के दौरान घटित हुई हैं.
लॉकडाउन के साथ पुलिस के प्रयास भी अहम
दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि 2020 में लॉकडाउन अपराध के कम होने का महत्वपूर्ण कारण रहा है. ये सच है कि इस दौरान सड़कों पर अपराध लगभग बंद हो गए थे. लेकिन इसके साथ ही पुलिस के प्रयास को भी नकारा नहीं जा सकता. पुलिस अपराध रोकने के लिए दिन-रात सड़कों पर मुस्तैदी से ड्यूटी करती है.
अपराधियों पर नजर रखने से लेकर अपराध सुलझाने में पुलिस ने वर्ष 2020 में काफी मेहनत की है. खासतौर से महिला अपराधों को कम करने के लिए पुलिस ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये जिनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं.