नई दिल्ली: 2020 के अंतिम दिनों में कोरोना की तीसरी लहर से जूझती रही दिल्ली नए साल में कोरोना से निजात पाती दिख रही है. अब हर दिन लगातार 500 से कम नए मामले सामने आ रहे हैं, वहीं संक्रमण दर भी घटकर 0.59 फीसदी पर पहुंच गई है. यानी हर एक हजार टेस्ट में मात्र 6 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं. गौर करने वाली बात यह है कि सक्रिय कोरोना मरीजों की घटकर 0.6 फीसदी पर आ गई है.
5 मई के बाद सबसे कम मरीज
अभी दिल्ली में कुल 3779 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं. 5 मई के बाद से यह सक्रिय मरीजों की सबसे कम संख्या है. 5 मई को दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 3572 थी. उसके बाद जून महीने में दिल्ली में कोरोना की पहली लहर आई, उसके बाद सितंबर में दूसरी लहर आई, लेकिन इसके बाद कम होते मामले सक्रिय मरीजों को 4 हजार तक भी नहीं पहुंचा सके.
..जब 44 हजार से ज्यादा था आंकड़ा
इसके बाद नवंबर महीने में आई तीसरी कोरोना लहर ने सक्रिय मरीजों की संख्या को 44 हजार के पार पहुंचा दिया. तब एक दिन में 8 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे और लगातार भयावह होती स्थिति ने 14 नवंबर को सक्रिय मरीजों की संख्या को 44456 पर पहुंचा दिया. यह दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. गौर करने वाली बात यह है कि आधे मरीज अभी होम आइसोलेशन में हैं.
अभी खाली हैं 88 फीसदी बेड्स
अभी कुल सक्रिय मरीजों में से 1807 कोरोना मरीज अपने घरों पर ही इलाजरत हैं, जबकि अस्पतालों में 1471 मरीज भर्ती हैं, वहीं कोविड केयर सेंटर्स में 33 और कोविड हेल्थ सेंटर्स में 24 मरीज हैं. गौरतलब है कि कम होते मामलों को देखते हुए कोरोना के बेड्स कम किए गए थे. अभी दिल्ली में कोरोना अस्पतालों में कुल 12380 कोरोना बेड्स में से 10909 बेड्स खाली हैं, यानी 88.11 फीसदी बेड्स खाली हैं.
13 हो चुके हैं न्यू स्ट्रेन के मामले
लेकिन कोरोना से खाली हो रहे इन बेड्स पर कोरोना के न्यू स्ट्रेन के मरीजों की बढ़ती संख्या अब दिल्ली को चिंतित करने लगी है. दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में न्यू स्ट्रेन के कोरोना मरीजों की कुल संख्या 13 हो गई है. वहीं यहां अभी न्यू स्ट्रेन के संदिग्ध 51 मरीज भर्ती हैं. आपको बता दें कि देशभर में कोरोना के न्यू स्ट्रेन के 90 मामले आ चुके हैं.
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