नई दिल्ली: अगर आप कॉफी के शौकीन हैं और इसके नए क्रीमी टेक्सचर को टेस्ट करना चाहते हैं, जो नाइट्रोजन गैस से तैयार किया जाता है. तो इसके लिए आपको राजधानी के भारत मंडपम में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (IITF) में आना होगा. यहां मौजूद स्टेट फ़ूड कोर्ट में कई नए ज़ायके और ड्रिंक्स का हब है. इस बार स्टार्ट अप इंडिया के तहत कुछ ऐसे लोगों को मौका दिया गया है, जो नए प्रयोगों के साथ मौजूद हैं. उत्तर प्रदेश में गाज़ियाबाद के रहने वाले विशु नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से कॉफी बनाते हैं. उनको यह आइडिया विदेशी शिक्षा के दौरान आया. उनके पास कॉफी की कई वैरायटीज हैं. जिनको मुख्य तौर पर युवाओं द्वारा पसंद किया जा रहा है.
स्टार्टअप इंडिया ने कई नए लोगों को दिया IITF में शामिल होने का मौका: विशु ने बताया कि स्टार्टअप इंडिया ने IITF के स्टेट फ़ूड कोर्ट में शामिल होने का मौका दिया, हम इसके लिए उनके शुक्रगुज़ार हैं. अपने बाजार में सोडा और कार्बोनेटेड डिंक्स पी होंगी, जिसमें कार्बनडाइऑक्सइड की मात्रा ज्यादा होती है. लेकिन हम नाइट्रोजन गैस से कॉफी तैयार करते हैं. इसकी खासियत यह है कि इससे तैयार होने वाली कॉफी क्रीमी और स्मूथ टेस्ट देती है. हमारे पास मौजूद सभी सॉफ्ट ड्रिंक्स को नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से तैयार किया जा रहा है.
विदेश में पढ़ाई के दौरान आया आइडिया: विशु 2014 में शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेश गए थे, जहां उन्होंने गिनिस नाम की बियर के बारे में सुना. ये नाइट्रोजन गैस से तैयार होती है. उनके जानकारों ने बताया था कि यह सामान्य बियर से कॉफी अलग है. क्योंकि इसको नाइट्रोजन गैस से तैयार किया जाता है. तब उनके दिमाग में नाइट्रोजन गैस युक्त कॉफी बनाने का आईडिया आया.
कॉफी की कीमत 120 से 220 रुपए तक : इसके बाद विशु ने अपनी वाइफ कंगन के साथ मिल कर इस नई शुरुआत की नींव रखी. पहले वह विदेश से सामान निर्यात करते थे. लेकिन अब सब कुछ उनका अपना है. इतना ही नहीं उन्होंने इसकी लागत को भी 12 फीसदी कम किया. विशु आगे बताते है कि उनके पास कॉफी की जो भी वैरायटी मौजूद है उनकी कीमत 120 से 220 रुपए तक है. वहीं कॉफी के एक कप का साइज़ 500 ml होता है. इसी मात्रा में नाइट्रोजन गैस का सही इफ़ेक्ट देखने को मिलता है. जो टेस्ट का असली कारण है.
: विशु का मानना है कि नाइट्रोजन गैस से कॉफी बनाने वाले वे देश के पहले विक्रेता है. जिन्होंने डेयरी प्रोडक्टस के साथ नाइट्रोजन गैस का फ्यूजन किया है. इसमें केवल पानी ही एक रॉ मैटेरियल है. विशु लोगों के टेस्ट और मांग के अनुसार कॉफी सर्व कर रहे हैं.पहली बार नाइट्रोजन से बनी कॉफी टेस्ट करने वाली प्रियांशी ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ IITF घूमने आई. उन्होंने फूड कोर्ट में भी विजिट किया. यहां उन्होंने नाइट्रोजन वाली कॉफी टेस्ट की. पहली सिप में ही मजा आ गया. इसका टेस्ट सच में सामान्य कॉफी से काफी अलग और अच्छा है.
फ्यूजन काफी का युवाओं में देखा जा रहा क्रेज : विशु एक नए एक्सपेरिमेंट के साथ IITF का हिस्सा बने है. वर्तमान में उनका प्रोडक्ट युवाओं द्वारा ज्यादा पसंद किया जा रहा है. विशु का मानना है कि चाहे भले वह खुद के प्रोडक्ट को नया मान रहे हैं. लेकिन देश का युवा वर्ग ऐसा है जिसको नाइट्रोजन गैस युक्त कॉफी की अच्छी जानकारी है. आज कल सोशल मीडिया काफी इफेक्टिव हैं. इसका असर युवाओं पर दिखता है. तभी केवल युवा ही नाइट्रोजन गैस से तैयार कॉफी के टेस्ट को समझ और आनंद ले रहे हैं.
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