नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे सर्दियों का मौसम नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे यहां की हवा जहरीली होती जा रही है. पंजाब और हरियाणा में भी पराली जलाने का सिलसिला जारी है. दोनों राज्यों में जल रही पराली से दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ गई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब स्थिति में पहुंच गया है. वहीं, दिल्ली सरकार की तरफ से प्रदूषण को कम करने के लिए लगाए गए स्मॉग टावर पूरी तरह से बंद है.
ETV भारत की टीम ने गुरुवार को कनॉट प्लेस में DPCC द्वारा बनाए गए स्मॉग टावर का जायजा लिया. रियलिटी चेक में स्मॉग टावर पूरी तरह से बंद पाया गया. इसकी देखरेख कर रहे गार्ड ने बिना नाम बताते कहा कि पहले यहां पर 12 से 13 कर्मचारी रहते थे. आज सिर्फ दो या तीन कर्मचारी हैं. हालांकि, गार्ड ने यह भी कहा कि शायद 20 अक्टूबर के बाद से यह चालू हो जाए, क्योंकि इंजीनियर मेंटेनेंस के लिए आने वाले हैं.
बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित स्मॉग टावर पिछले 6 से 7 महीना से बंद पड़ा है. यह देश का पहला स्मॉग टावर था जब साल 2021 में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसका उद्घाटन किया था. 20 करोड़ की लागत से इस टावर को बनाया गया था. सरकार ने दावा किया था कि दिल्ली में प्रदूषण काफी कम होगा. ऐसे में सवाल है कि जब स्मॉग टावर ही बंद है, तो प्रदूषण कैसे कम होगा. वहीं, दूसरा स्मॉग टावर आनंद विहार में है. वह भी मेंटेनेंस के चलते बंद पड़ा है.
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लोगों ने सरकार को लेकर कही ये बात: दीनानाथ का कहना है कि दिल्ली सरकार बड़े-बड़े वादे और दावे करती है. लेकिन करोड़ों की लागत से बने इस स्मॉग टावर को चालू नहीं कर रही है. दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है. इसका असर बच्चों और बुजुर्गों पर हो रहा है. सांस लेने में तकलीफ हो रही है. अभी सर्दी भी नहीं आई है, लेकिन आगे चलकर हालात और खराब हो जाएंगे. ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्मॉग टावर चालू करवाना चाहिए. वहीं, दूसरे व्यक्ति ने बताया कि स्मॉग टावर का उपयोग होना चाहिए. इसका लाभ सिर्फ एक व्यक्ति नहीं पूरी दिल्ली को मिलेगा. अगर यह चालू रहेगा तो दूर तक की हवा को यह साफ करेगा.