नई दिल्लीः अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है और आप दिल्ली एम्स में इलाज कराना चाहते हैं तो आपको यहां एक ही छत की नीचे इलाज की सारी सुविधाएं मिल जाएंगी. आपको इलाज के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे. दरअसल बुजुर्गों से संबंधित हर तरह की बीमारी का इलाज एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के लिए एम्स ने आज से नया जेरियाट्रिक ब्लॉक शुरू कर दिया है. इससे बुजुर्ग मरीजों को एक ही छत के नीचे ओपीडी, रेडियोलॉजी और ब्लड सैंपल देने की सुविधा मिलेगी.
ओपीडी में जेरियाट्रीक मेडिसिन के अलावा कार्डियोलॉजी, आर्थोपेडिक न्यूरोलॉजी, सायकेट्री (मनोचिकित्सा), सर्जरी और फिजिकल मेडिकल रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) के डॉक्टरों की भी नियुक्ति की गई है. रेडियोलॉजी में मरीजों को अल्ट्रासाउंड, एक्सरे व एमआरआई की सुविधा मिलेगी. इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी बाद में शुरू की जाएंगी. किसी अस्पताल में बुजुर्गों के इलाज के लिए बनाया गया यह देश का पहला जेरियाट्रिक ब्लॉक है.
यह ब्लॉक एम्स के मस्जिद मोठ क्षेत्र में बनाया गया है. 350 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए ब्लॉक में 200 बेड हैं. इसके अलावा 20 ऑपरेशन थिएटर और 20 आईसीयू भी है. इस ब्लॉक का शिलान्यास जून 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था और 2020 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन फिर कोरोना संकट के कारण इसके निर्माण कार्य में देरी हो गई.
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इसके शुरू होने से बुजुर्ग मरीजों को अब इलाज के लिए अलग-अलग इमारतों के चक्कर नहीं काटने होंगे जिससे उनकी परेशानी कम होगी. बता दें कि एम्स के मस्जिद मोठ क्षेत्र में पहले से ही ओपीडी ब्लॉक, मात्र एवं शिशु ब्लॉक और सर्जरी ब्लॉक पहले से ही शुरू हो चुका है. अब जेरियाट्रिक ब्लॉक शुरू होने से एक और सुविधा बढ़ जाएगी.