नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के डायरेक्टर ने यह दावा किया है कि देश में अगर प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी. इसका मतलब ये है कि दिल्ली में इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ने वाला है. क्योंकि हर साल राजधानी दिल्ली सर्दी के महीनों में प्रदूषण के कारण गैस चैंबर की तरह बन जाती है. जिसे देखते हुए पॉश इलाके वसंत कुंज के पार्षद मनोज महलावत ने प्रदूषण से निपटने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
सड़कों पर कर रहे पानी का छिड़काव
यह तस्वीर है दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज की यहां पर बीते कई दिनों से पेड़ पौधों और सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. इलाके के पार्षद खुद प्रतिदिन मौके पर खड़ा होकर एमसीडी के इस सराहनीय प्रयास का जायजा लेते हैं. यही नहीं वे खुद भी इस नेक काम में श्रमदान करते हैं. दिल्ली में आने वाले दिनों में जो संकट के बादल मंडरा रहे हैं उसमें पहला है प्रदूषण और दूसरा कोरोना संक्रमण. इन दोनों से निपटने के लिए तैयारी अभी से शुरू हो जानी चाहिए.
दिल्ली सरकार उदासीन
पिछले दिनों एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का बयान आया था कि पॉल्यूशन बढ़ने पर कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होगा. जिसको लेकर सरकार चिंतित तो है लेकिन उससे निपटने की तैयारी नहीं दिख रही है. जबकि हर साल नवंबर और दिस्मबर के महीने में दिल्ली गैस चैम्बर बन जाती है. लेकिन वसंतकुंज के निगम पार्षद ने अपने इलाके में पॉल्यूशन से निपटने की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. वे खुद ही MCD की पानी छिड़कने वाली मशीन लेकर सड़कों से लेकर पेड़ पौधों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं. मनोज महलावत ने दिल्ली सरकार से भी अपील की कि वो पॉल्यूशन से निपटने के लिए जरुरी कदम उठाएं, हम भी उनका साथ अपने निगम के संसाधनों के साथ देंगे.