नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) के तीनों भागों में स्थित बीजेपी की सरकार की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल एक तरफ दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ डेंगू (Dengue) भी अब जानलेवा बन गया है.
बता दें कि बीते हफ्ते दिल्ली में डेंगू के 243 मामले सामने आने के बाद डेंगू के कुल मामलों की संख्या 723 हो गई है. वहीं डेंगू से एक महिला की मौत भी हो चुकी है. इस बीच दिल्ली नगर निगम में डीबीसी वर्कर्स (DBC Eemployee) अपने पदों को स्थाई नाम देने, वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर 26 अक्टूबर से हड़ताल (Indefinite Strike) पर जाने का अल्टीमेटम दे चुके हैं.
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बता दें कि काफी लंबे समय से डीबीसी कर्मचारियों द्वारा अपनी परेशानियों के समाधान को लेकर आवाज उठाई जा रही है. लेकिन अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं इस पूरे मामले पर एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यान ने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा है कि दिल्ली सरकार को कई बार फाइल भेजे जाने के बावजूद भी उसे पारित नहीं किया गया और वापस भेज दिया गया है. दिल्ली सरकार का कहना है कि डीबीसी वर्कर्स सरकार के कर्मचारी नहीं हैं, ऐसे में उनकी मांगों को नहीं माना जा सकता. वर्तमान में दिल्ली सरकार के द्वारा नियमों का बिल्कुल भी सहयोग नहीं किया जा रहा है. वहीं निगम अब इस पूरे मामले को लेकर अपनी तरफ से जरूरी कदम उठाने जा रही है न सिर्फ डीबीसी कर्मचारियों के पद को नाम दिया जाएगा. बल्कि सभी समस्याओं का हल भी निकाला जाएगा.
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गौरतलब है कि दिल्ली के अंदर डेंगू के मामले काफी तेजी के बढ़ रहे हैं. ऐसे में यदि डीबीसी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए तो दिल्ली में दवाइयों के छिड़काव से लेकर डेंगू के मद्देनजर किए जाने वाले सर्वे और जागरूकता अभियान पर न सिर्फ बुरा असर पड़ेगा बल्कि वह थम भी सकता है.
वहीं नॉर्थ एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह ने पूरे मामले पर बातचीत के दौरान कहा कि लगातार दिल्ली सरकार से बातचीत की जा रही है. ताकि डीबीसी कर्मचारियों की जो परेशानी है उसका हल निकाला जाए. साथ ही राजा इकबाल सिंह ने यह भी बताया कि निगम में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को पक्का करने के मद्देनजर निगम के द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है. हर रोज निगम के द्वारा कुछ संख्या में सफाई कर्मचारियों को पक्का किया जा रहा है. बीते दिन भी निगम के द्वारा 88 सफाई कर्मचारियों को पक्का किया गया है. साथ ही सफाई कर्मचारियों के साथ डीबीसी कर्मचारी और बाकी यूनियन के कर्मचारियों से भी लगातार बातचीत हो रही है. साथ ही सभी यूनियन से बातचीत के जरिए रास्ता निकाला जा रहा हौ कि हड़ताल ना हो और राजधानी दिल्ली में व्यवस्था बनी है.
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फिलहाल इतना तो साफ है कि दिल्ली नगर निगम में शासित बीजेपी की सरकार लगातार निगम कर्मचारियों की यूनियन से बातचीत करके उन्हें हड़ताल पर जाने से रोकने का प्रयास कर रही है. सफाई कर्मचारी नाला बेलदार, चौकीदार समेत कई कर्मचारियों को पक्का करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. वहीं डीबीसी कर्मचारियों के द्वारा 26 अक्टूबर से उनकी मांगें न माने जाने को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया गया है. यदि डीबीसी कर्मचारी हड़ताल पर गए तो निगम की परेशानी और बढ़ सकती है.