नई दिल्ली: देशभर में 16 जनवरी यानि कल से पहले फेज में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. सभी राज्य सरकारें भी इसे लेकर अपने स्तर पर तैयारियां कर रहीं हैं. इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने पहले फेज के वैक्सीनेशन के लिए 75 अस्पतालों में सेंटर बनाया है. इसमें ज्यादातर प्राइवेट अस्पताल हैं.
वैक्सीन सेंटर में 8-10 स्टाफ होंगे, जो पहले फेज के लिए पंजीकृत हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज़ लगाएंगे.
दिल्ली सरकार ने कोविडशील्ड वैक्सीन का किया चयन
वैक्सीनेशन को लेकर दिल्ली सरकार ने अहम फैसला लिया है. दिल्ली की 75 वैक्सीनेशन सेंटर पर सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविडशील्ड ही लगाई जाएगी. जबकि केंद्र सरकार के दिल्ली में 6 वैक्सीनेशन सेंटर पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगाई जाएगी. दिल्ली सरकार के अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल सिर्फ कोविडशील्ड वैक्सीन ही सभी को लगाएंगे, जबकि केंद्र सरकार के अस्पताल सिर्फ़ कोवैक्सीन लगाएंगे.
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक ' ऐसा स्पष्ट वर्गीकरण इसलिए किया गया है, ताकि दोनों वैक्सीन आपस में मिक्स-अप ना हो. लाभार्थी को पहली डोज़ जिस वैक्सीन की लगी है, दूसरी डोज भी उसी वैक्सीन की लगे. जिस टीकाकरण केंद्र पर कोविडशील्ड लगेगी, उस पर सिर्फ वही लगेगी और जिस पर कोवैक्सीन लगेगी, उस पर सिर्फ़ वही लगेगी.
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पहले फेज के लिए सवा दो लाख हेल्थ वर्कर्स का पंजीकरण
पहले फेज में हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को वैक्सीन लगेगी. दिल्ली सरकार ने शिक्षकों को भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में शामिल किया है.