नई दिल्लीः देशभर में आज महिलाओं का प्रिय त्योहार करवा चौथ मनाया जा रहा है, जिसके लिए खूब तैयारियां की जाती हैं. महिलाएं सज संवरकर पूरा दिन व्रत करती हैं. फिर शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति के लंबी आयु की कामना करती हैं. करवा चौथ पर महिलाएं सोलह श्रृंगार कर तैयार होती हैं, जिसमें चूड़ी, बिंदी, मेहंदी आदि का खास महत्व होता है. बाजारों में भी खूब रौनक देखने को मिलती है, लेकिन इस बार कोरोना के कारण कई बदलावों के साथ यह त्यौहार मनाया जा रहा है.
चूड़ियां पहनने की बजाय पैक करके ले जा रही महिलाएं
सेंट्रल दिल्ली में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पास सालों पुराने चूड़ी बाजार में भी यह रौनक इस बार बेहद कम देखने को मिल रही है. जहां चूड़ियों के लिए महिलाएं अपना हाथ देने से कतरा रही हैं. वहीं चूड़ी विक्रेता सैनिटाइजर, मास्क, थर्मल स्कैनिंग आदि का इस्तेमाल कर महिलाओं को चूड़ियां दे रहे हैं. जहां हर साल इस मार्केट में महिलाएं न केवल दिल्ली से, बल्कि आसपास के राज्यों से भी चूड़ियां पहनने के लिए आती थी, लेकिन अब बहुत कम महिलाएं यहां चूड़ी लेने के लिए आ रही हैं.
चूड़ी वालों ने कहा कि केवल 15 फीसदी तक रह गया व्यापार
बाजार में मौजूद अब्दुल चूड़ी वाले ने बताया कि पिछले करीब 40 सालों से वह यहां पर चूड़ी का कारोबार कर रहे हैं. लेकिन इस बार जैसी मायूसी कभी नहीं आई, कोरोना के चलते केवल 15 फीसदी तक ही कारोबार रह गया है.
वहीं बॉबी चूड़ी वाले ने बताया वही कस्टमर आ रहे हैं, जो हर साल आते हैं. बाकी आम कस्टमर नहीं आ रहे हैं जो कस्टमर सालों से यहां से चूड़ी खरीद रहे हैं वहीं पैक करवा कर ले जा रहे हैं. इसके अलावा अब्दुल हमीद चूड़ी वाले ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए हम सभी सावधानियां भी बरत रहे हैं. मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं और चूड़ियों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.
शगुन के लिए लेकर जा रहे चूड़ियां
दिल्ली के उत्तम नगर से चूड़ियां लेने के लिए पहुंची पूर्णिमा श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना वायरस की बच सावधानियां बरतकर बाजार में निकल रहे हैं. क्योंकि साल भर का त्योहार है इसलिए शगुन के लिए चूड़ियां ले रहे हैं. इसके साथ ही प्रीत विहार से पहुंची रुचि ने कहा कि शगुन के लिए चूड़ियां ले रहे हैं, लेकिन मार्केट में बिल्कुल भीड़ नहीं है. बहुत कम लोग हैं और ना ही वह रौनक है, जो हर साल देखने को मिलती थी.