नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना महामारी के चलते बीते दो सालों में लोगों की कई प्लानिंग पर पानी फिर गया था. इस वर्ष कुछ दिनों पहले तक हालात सामान्य देख बहुत लोगों ने नए साल का जश्न मनाने के लिए तरह-तरह के प्लान बनाएं, देश के अलग-अलग शहरों के साथ ही विदेश में जाकर छुट्टी मनाने का प्लान बनाया है, अब वे दोबारा सोचने को मजबूर हैं कि वे वर्तमान हालात को लेकर करें तो क्या करें.
दिल्ली के राजौरी गार्डन निवासी मनीष शर्मा अपने परिवार के साथ सिंगापुर जाने वाले हैं. वहां क्रूज पर नया साल मनाने के लिए सब कुछ तय था, लेकिन अब ट्रेवल एजेंट ने बताया कि क्रूज पर बोर्डिंग तभी होगी जब आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट होगी. महज चार दिन बाद नया साल शुरू हो जाएगा. ऐसे में जो लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए विदेश जाने की सोच रहे थे अब वे अपना डेस्टिनेशन बदलने को मजबूर हैं. इसकी पुष्टि ट्रेवल एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भी की है. नए साल का जश्न मनाने के लिए घूमने फिरने के लिए लोगों ने पहले जो बुकिंग कराई थी उसमें बदलाव की मांग कर रहे हैं. ऐन वक्त पर इस बदलाव से कई तरह की परेशानी सामने आ रही है.
5 देशों से लौटने वालों का RTPCR टेस्ट जरूरीः केंद्र सरकार ने थाईलैंड, सिंगापुर, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया से लौटने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी बना दिया है. हालांकि यह कब से लागू होगा अभी तारीख तय नहीं है. मगर इससे पर्यटकों के आने-जाने पर फर्क जरूर पड़ेगा. जो लोग 3-4 दिनों के लिए छुट्टी मनाने के लिए जाने वाले थे वे इस बात से चिंतित हैं कि वहां से लौटे तो कोविड टेस्ट रिपोर्ट कहां से लाएंगे. ट्रेवल बुकिंग कंपनी मेकमाय ट्रिप के अधिकारी बताते हैं कि बहुत से लोग थाईलैंड में छुट्टी मनाने की अपनी योजना पर कायम हैं, हालांकि हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
वहीं, यात्रा डॉट कॉम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट भरत मलिक कहते हैं कि दो साल बाद अभी तक तो सब ठीक चल रहा था, लोग टिकट कैंसिल नहीं करा रहे थे, लेकिन जिन देशों में कोरोना संक्रमण को लेकर रिपोर्ट आ रही है, वहां जाने वाले अपना प्लान पोस्टपोन कर रहे हैं. आने वाले हफ्तों में हमें हालात की समीक्षा करनी पड़ सकती हैं. अभी के जो हालात है उनसे इतना तय है कि ट्रेवल इंडस्ट्री में फिर से अनिश्चितता का दौर शुरू हो सकता है.
ट्रेवल एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव अनिल कलसी ने बताया कि थाईलैंड भारतीयों का सबसे बड़ा टूरिस्ट प्लेस है. अब आशंका है कि कोरोना टेस्टिंग से बचने के लिए लोग वहां जाने की बजाय वियतनाम, मलेशिया, आबू धाबी या दुबई की यात्रा कर सकते हैं. भारतीय पर्यटकों के लिए यूएई खासकर दुबई और थाईलैंड सबसे खास इंटरनेशनल डेस्टिनेशन है. किसी भी देश में पहुंचने पर अगर आरटीपीसीआर टेस्टिंग जरूरी बना देंगे तो यह रेड सिग्नल का काम करेगा.
इंडोनेशिया, मालदीव, थाईलैंड जैसे कुछ देश हैं जहां जाने के लिए पहले से वीजा लेने की जरूरत नहीं पड़ती. इस कारण क्रिसमस से लेकर नए साल के आगमन तक देश से बहुत लोग वहां अपनों संग जाने का प्लान बनाते हैं. देश के टूरिस्ट ऑपरेटर बताते हैं कि कोरोना के मौजूदा हालात को देख अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है.