नई दिल्ली : ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. एसआईटी की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिंसा भड़काने की साजिश पहली ही रची जा चुकी थी. कुछ खास लोगों को लाल किला और आईटीओ पर इकट्ठा होने की हिदायत दी गई थी जिनका मकसद केवल भीड़ में रहकर उपद्रव की शुरुआत करना और आंदोलनकारियों को भीड़ का हिस्सा बनाकर उन्हें भी उपद्रव में शामिल कराना था.
14 मामलों की जांच कर रही है क्राइम ब्रांच
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के 14 मामलों की जांच कर रही है. क्राइम ब्रांच को हाथ लगे कई वीडियो फुटेज में इकबाल सिंह भीड़ को भड़काते हुए नजर आ रहा है. हिंसा के इस मामले में पुलिस अब तक 124 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 44 एफआईआर दर्ज की गई है.
ये भी पढ़ें:-सिंघु बॉर्डरः किसान आंदोलन को संस्थाओं ने किया मजबूत
44 मामलों में से 14 मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. इसके साथ ही पुलिस अब तक वीडियो फुटेज के आधार पर 70 से ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीर भी जारी कर चुकी है.