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ट्रैक्टर परेड: लाल किला और आईटीओ के पास हुई हिंसा की पहले ही रची जा चुकी थी साजिश

26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ और लाल किले के पास जमकर उपद्रव देखने को मिला था. क्राइम ब्रांच के एसआईटी की जांच में यह खुलासा हुआ है कि ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की साजिश पहले ही रची जा चुकी थी. उपद्रव के लिए कुछ खास ग्रुप को लाल किले और आईटीओ पर इकट्ठा होने की हिदायत भी दी गई थी.

conspiracy was already hatched for the violence with Red Fort and ITO in Delhi
ट्रैक्टर परेड
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Published : Feb 7, 2021, 2:43 PM IST

नई दिल्ली : ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. एसआईटी की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिंसा भड़काने की साजिश पहली ही रची जा चुकी थी. कुछ खास लोगों को लाल किला और आईटीओ पर इकट्ठा होने की हिदायत दी गई थी जिनका मकसद केवल भीड़ में रहकर उपद्रव की शुरुआत करना और आंदोलनकारियों को भीड़ का हिस्सा बनाकर उन्हें भी उपद्रव में शामिल कराना था.

लाल किला हिंसा की पहले ही रची जा चुकी थी साजिश
साजिश का है बड़ा किरदार क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इकबाल सिंह नाम के जिस उपद्रवी जिसके ऊपर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा है वह इस साजिश का एक बहुत बड़ा किरदार है. इकबाल सिंह ने ना सिर्फ लाल किले के अंदर भीड़ को जमा किया बल्कि लाहौर गेट तोड़ने के लिए भी उन्हें उकसाया था. इकबाल सिंह के कहने पर ही उपद्रवियों ने लाल किले का लाहौर गेट को तोड़ा और वहां जमकर उत्पात मचाया. क्राइम ब्रांच सरगर्मी से इकबाल सिंह की तलाश कर रही है.

14 मामलों की जांच कर रही है क्राइम ब्रांच
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के 14 मामलों की जांच कर रही है. क्राइम ब्रांच को हाथ लगे कई वीडियो फुटेज में इकबाल सिंह भीड़ को भड़काते हुए नजर आ रहा है. हिंसा के इस मामले में पुलिस अब तक 124 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 44 एफआईआर दर्ज की गई है.

ये भी पढ़ें:-सिंघु बॉर्डरः किसान आंदोलन को संस्थाओं ने किया मजबूत

44 मामलों में से 14 मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. इसके साथ ही पुलिस अब तक वीडियो फुटेज के आधार पर 70 से ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीर भी जारी कर चुकी है.

नई दिल्ली : ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. एसआईटी की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिंसा भड़काने की साजिश पहली ही रची जा चुकी थी. कुछ खास लोगों को लाल किला और आईटीओ पर इकट्ठा होने की हिदायत दी गई थी जिनका मकसद केवल भीड़ में रहकर उपद्रव की शुरुआत करना और आंदोलनकारियों को भीड़ का हिस्सा बनाकर उन्हें भी उपद्रव में शामिल कराना था.

लाल किला हिंसा की पहले ही रची जा चुकी थी साजिश
साजिश का है बड़ा किरदार क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इकबाल सिंह नाम के जिस उपद्रवी जिसके ऊपर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा है वह इस साजिश का एक बहुत बड़ा किरदार है. इकबाल सिंह ने ना सिर्फ लाल किले के अंदर भीड़ को जमा किया बल्कि लाहौर गेट तोड़ने के लिए भी उन्हें उकसाया था. इकबाल सिंह के कहने पर ही उपद्रवियों ने लाल किले का लाहौर गेट को तोड़ा और वहां जमकर उत्पात मचाया. क्राइम ब्रांच सरगर्मी से इकबाल सिंह की तलाश कर रही है.

14 मामलों की जांच कर रही है क्राइम ब्रांच
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के 14 मामलों की जांच कर रही है. क्राइम ब्रांच को हाथ लगे कई वीडियो फुटेज में इकबाल सिंह भीड़ को भड़काते हुए नजर आ रहा है. हिंसा के इस मामले में पुलिस अब तक 124 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 44 एफआईआर दर्ज की गई है.

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44 मामलों में से 14 मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. इसके साथ ही पुलिस अब तक वीडियो फुटेज के आधार पर 70 से ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीर भी जारी कर चुकी है.

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