नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जो कुछ सुविधाएं छोड़ कर गयी थी. मौजूदा सरकार उसको बरकरार भी नहीं रख सकी. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता वायु प्रदूषण और प्रदूषित पानी की समस्या से दोचार है.
कांग्रेस ने दिल्ली में मेट्रो शुरू की. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर किया, लेकिन आज हालात ये है कि 6000 बसें जो कांग्रेस के शासन में शुरू हुई थी उनकी संख्या घट कर 3000 के करीब हो गयी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने विज्ञापनों में करोड़ों रुपया खर्च करके ये बताया कि प्रदूषण 25 प्रतिशत कम हो गया, जबकि सच्चाई ये है उसी दौरान दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 450 से 500 के बीच था.
'चुनाव आते ही आते ही सब काम होने लगे'
हारून यूसुफ ने कहा कि सारी की सारी फ्री योजनाएं अभी चुनाव के लिए दी गयी है. 5 साल से केंद्र सरकार इनको काम नहीं करने दे रही थी. अब चुनाव आते ही इनके सब काम होने लगे. आज राशन कार्ड बनना, पासपोर्ट बनने जैसा मुश्किल हो गया है. शीला दीक्षित की सरकार ने लड़कियों के लिए 'लाडली स्कीम' शुरू की थी. इस सरकार ने उसे बंद कर दिया.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए इस सरकार ने कुछ नहीं किया. ये दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग करते हैं, लेकिन जब केंद्र सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाई तो केजरीवाल उसका समर्थन करते है. ये दोगली राजनीति नहीं तो और क्या हैं.
'जल्द दिल्लीवालों के पास बड़े-बड़े बिल आएंगे'
हारून यूसुफ ने कहा कि ये सरकार जादूगर है. 200 यूनिट बिजली माफ कर दी, लेकिन वो सिर्फ मार्च तक है. मार्च में जब ये स्कीम खत्म हो जाएगी. तब दिल्लीवालों के पास बड़े-बड़े बिल आएंगे.
'पुरानी दिल्ली के स्कूलों के लिए कुछ नहीं किया'
कांग्रेस की सरकार सपने नहीं दिखती थी, वो जो कहती थी करती थी. शिक्षा के क्षेत्र में ये बड़े दावे करते है कि हमने स्कूलों को बहुत अच्छा बना दिया. जबकि हालात ये है कि सीलमपुर के स्कूल की छत गिर गई, मुस्तुफा आबाद के स्कूलों की हालात कितनी खराब है, पुरानी दिल्ली के स्कूलों के लिए कुछ नहीं किया गया.
'AAP से गठबंधन के कभी पक्ष में नहीं'
आम आदमी पार्टी के साथ गटबंधन के सवाल पर हारून यूसुफ ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव में भी इसके पक्ष में नहीं थे और आज भी नहीं है. कांग्रेस पार्टी आने वाले विधान सभा चुनाव में सरकार बनाएगी.
अयोध्या फैसले की रिव्यु पेटिशन पर बोले पूर्व मंत्री
अयोध्या पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर दो मुस्लिम जमातो की तरफ से रिव्यु पेटिशन पर उन्होंने कहा कि जब ये कह दिया गया था कि जो फैसला होगा हम उसे मानेंगे लेकिन अब अगर फैसले से असंतुष्ट है तो कानून इस बात की इजाज़त देता है वो जाना चाहते है तो जाए.