आम आदमी पार्टी को अपना जनाधार घटने का अंदेशा तो था लेकिन इतना नहीं था कि वो तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगी. इस सर्वे के बाद अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन के लिए एड़ी-चोटी एक किए हुए हैं. पहले तो गठबंधन कराने की जिम्मेदारी संजय सिंह के पास थी लेकिन जब इसमें सफलता नहीं मिली तो केजरीवाल ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से गठबंधन कराने के लिए आग्रह किया है.
राहुल का इनकार
खबर है कि खुद ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू राहुल गांधी से दिल्ली में आप-कांग्रेस गठबंधन पर बात भी कर चुके हैं. लेकिन राहुल गांधी ने इस गठबंधन के लिए इनकार कर दिया है. सूत्रों के अनुसार राहुल खुद भी इस गठबंधन के पक्ष में नहीं है लेकिन वो स्थानीय नेताओं के बहाने ममता-नायडू को टाल रहे हैं. राहुल गांधी को लगता है कि 2013 में 49 दिनों की केजरीवाल सरकार को कांग्रेस का समर्थन देना बड़ी भूल थी जिसके कारण आम आदमी पार्टी को सियासी फायदा हुआ और वो कांग्रेस के वोटबैंक को छीन कर दोबारा सत्ता पर काबिज हो गई. यही कारण रहा कि कांग्रेस पहले से तीसरे नंबर पर पहुंच गई.
विरोध में स्थानीय नेता
प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन लगातार मेहनत कर कांग्रेस को कुछ हद तक खड़ा कर चुके हैं. इसके बाद शीला दीक्षित को कप्तानी मिलते ही कांग्रेस में एक नया जोश देखने को मिल रहा है. बागी नेता भी सक्रिय हो चुके हैं और लगातार पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्यक्रम करते दिख रहे हैं. ऐसे में आशंका है कि अगर एक बार फिर कांग्रेस-आप का गठबंधन हुआ तो कांग्रेस का जनाधार फिर से आप के पास चला जाएगा और लोकसभा के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर ही रह जाएगी. यहा कारण है कि स्थानीय नेता के साथ-साथ खुद राहुल भी इस गठबंधन के विरोध में हैं. जबकि केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन कर लोकसभा चुनाव में दिल्ली से खाता खोलने के लिए बेचैन दिख रहे हैं.