कांकेर: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व सांसद वृंदा करात बस्तर प्रवास पर है. अपने दो दिनी बस्तर प्रवास पर बस्तर पहुंची बृंदा करात ने आज कांकेर विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित किया.
वृंदा करात ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि "आदिवासी अधिकार मंच और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी डेलिगेशन टीम ने धर्मान्तरण मुद्दे को लेकर तीन प्रभावित जिले में 100 से अधिक लोगों से मुलाकात किया है. हमने अपने फैक्ट फाइंडिग में पाया कि आदिवासियों को विभाजित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में जनजाति सुरक्षा समिति के मंच पर धर्म के आड़ में विशेष क्रिश्चन कमेटी के ऊपर हमले हुए है. ''
राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप: वृंदा करात ने कहा कि "यह राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए एक प्रोपेगेंडा मुद्दा बनाया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार के तरफ से शुरू से एक पहल किया जाना चाहिए था, वह नहीं हो पाया. हमने जब पीड़ितों से मुलाकात किया, तो उन्होंने बताया कि आज तक कोई मंत्री हमसे हमारी पीड़ा जानने मिलने के लिए नहीं आए. जब हम प्रशासनिक अमले से मिले, तो उन्होंने बताया कि एक भी ऐसे केस नहीं है जिन्हें जबरन धर्मान्तरण कराया गया हो. एक भी शिकायत प्राप्त नहीं हुआ है.''
फैक्ट फाइंडिग रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा डेलीगेशन: वृंदा करात ने आगे कहा कि "धर्मान्तरण के नाम पर राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की साजिश और कांग्रेस सरकार की असफलता, ये दोनों चीज के कारण आज गरीब आदिवासियों के ऊपर धर्म के नाम पर हमला हुआ है, जो बहुत ही निंदनीय है. धर्मान्तरण मुद्दे पर हमने जो फैक्ट फाइंडिग रिपोर्ट बनाई है, उसका मेमोरेंडम बनाकर आज ही सरकार को सौपेंगे.
क्या है धर्मांतरण का पूरा मामला: नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर 2 जनवरी को बवाल के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. सोमवार को इस बवाल ने उग्र रूप ले लिया था. दरअसल धर्मांतरण के विरोध में आदिवासी समाज प्रदर्शन के लिए जुटा था. इस दौरान समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ भी की गई. इसी घटना में एसपी सदानंद कुमार के सिर में गंभीर चोट आई थी.