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Increase in Tomato Price: बारिश ने बढ़ा दी टमाटरों की कीमत, गृहणियों का बिगड़ा बजट

टमाटर की बढ़ी कीमत ने आम आदमी के घर का बजट बिगाड़ दिया है. रोजाना इस्तेमाल में लाई जाने वाली सब्जी होने के चलते लोगों को और परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए ईटीवी भारत ने कुछ गृहणियों से बात की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा..

Increase in Tomato Price
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Published : Jun 28, 2023, 10:39 PM IST

गृहणियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली: मॉनसून ने भले गर्मी से राहत दिला दिलाई हो लेकिन अब यह हर आदमी के जेब पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. इसके चलते दिल्ली में पिछले महीने तक 20 रुपए किलो मिलने वाला टमाटर मॉनसून की दस्तक के साथ 80 से 100 रुपए किलो हो गया है. इतना ही नहीं टमाटर की कीमतों पर महंगाई की मार ने रसोईं का बजट बिगाड़ दिया है. वहीं, भिंडी, प्याज और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं, जो हर घर में रोजाना खाने में इस्तेमाल होते हैं. इसके अलावा अदरक भी बाजार में 400 रुपए किलो बिक रहा है.

इसपर ईटीवी भारत ने कुछ गृहणियों से जाना की वह फिलहाल घर का बजट कैसे मैनेज कर रही हैं. इसके अलावा घर में बनने वाली सब्जियों में टमाटर की जगह कौन से विकल्पों का इस्तेमाल करती हैं. इस पर वेस्ट दिल्ली में रहने वाली गुरमीत भंगा ने बताया कि टमाटर महंगा होने से काफी दिक्कत हो रही है. हर सब्जी में टमाटर पड़ता है. कुछ सब्जियों में टमाटर की जगह इमली डाली जा सकती है, लेकिन इससे वह स्वाद नहीं आता जो टमाटर से आता है. उन्होंने बताया कि मॉनसून से कारण हर सब्जी का दाम बढ़ जाता है, जिससे रसोई का बजट पूरी तरह से डगमगा जाता है. जो सब्जी पहले हम 20 रुपए में खरीदते थे वो अचानक से 100 रुपए में मिलती है तो मैनेज करना मुश्किल हो जाता है.

दरअसल, बारिश होने के चलते कई जगह पर फसल खराब हो जाती हैं. ऐसे में सब्जियों के दाम में तेजी आती है. इस समय बाजार में टमाटर 100 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 160 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो, तुरई 60 रुपये प्रति किलो, आलू 20 रुपये प्रति किलो और प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है.

ग्रेवी वाली सब्जी में टमाटर जरूरी: 51 वर्षीय दीपा शर्मा ने बताया कि एक हाउस वाइफ होने के नाते, घर के बजट को मैनेज करने का पूरा जिम्मा उनका होता है. छुट्टियों का समय है इसलिए घर में मेहमानों का काफी आना-जाना होता है. वहीं, टमाटर के दाम बढ़ने से काफी दिक्कत हो रही है. उन्होंने बताया कि सूखी सब्जी को तो बिना टमाटर और प्याज के बनाई जा सकती है, लेकिन ग्रेवी वाली सब्जियों में टमाटर तो पड़ता ही है. कीमत बढ़ने के अपने किचन के बजट को संभालने के लिए दो के बजाये एक टमाटर से काम चलाना पड़ता है. उनके अलावा गृहणी रीता भारती ने बताया कि एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए टमाटर खरीदना मुश्किल हो रहा है. बच्चों के लिए सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए भी अब कम टमाटर का उपयोग करना पड़ रहा है.

तजुर्बे का इस्तेमाल कर बचाए पैसे: रसोईं की पूरी जिम्मेदारी घर की महिलाओं की होती है. उनके ऊपर निर्भर करता है कि वह किस तरह से बजट हो मैनेज करें, चाहे सब्जी कितनी भी मंगाई हो जाए. कुछ महिलाएं इसके लिए स्मार्ट वर्क और तज़ुर्बे का भी इस्तेमाल करती हैं. तिलक नगर की रहने वाली इंद्रजीत कौर (60) ने बताया कि उनको पहले से ही अंदाजा था कि टमाटर महंगे होंगे इसीलिए उन्होंने पहले से ही 5 किलो टमाटर की प्यूरी बना कर रख ली थी.

कैसे बनाएं टमाटर प्यूरी: उन्होंने बताया कि पहले टमाटर के दो भाग कर ग्राइंडर में पीस लें. इसके बाद टमाटर को एक उबाल आने तक पकाएं. प्यूरी ठंडी होने के बाद उसको किसी भी कांच के जार में पलट कर फ्रिज में रख लें. यह प्यूरी लगभग एक महीने चल जाती है.

यह भी पढ़ें-Inflation Rate: बारिश के बाद दिल्ली की मंडियों में हुआ टमाटर लाल, दाम की बढ़ोतरी से विक्रेता परेशान

क्यों महंगा हुआ टमाटर: गौरतलब है कि बेमौसम बारिश के चलते टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे कई राज्यों में इसके उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा बिपरजॉय साइक्लोन का भी असर टमाटर के उत्पादन पर पड़ा है. टमाटर की पैदावार करने वाले शीर्ष राज्यों में गुजरात और महाराष्ट्र भी शामिल हैं, जहां बिपरजॉय का प्रकोप देखने को मिला है. इससे इस साल टमाटर की बुआई कम हुई जो कीमतों में बढ़ोत्तरी का कारण बनी है.

यह भी पढ़ें-Eid-al-Adha 2023: दिल्ली में बकरीद के दिन खुले रहेंगे सभी बाजार, सीटीआई ने जारी की सूची

गृहणियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली: मॉनसून ने भले गर्मी से राहत दिला दिलाई हो लेकिन अब यह हर आदमी के जेब पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. इसके चलते दिल्ली में पिछले महीने तक 20 रुपए किलो मिलने वाला टमाटर मॉनसून की दस्तक के साथ 80 से 100 रुपए किलो हो गया है. इतना ही नहीं टमाटर की कीमतों पर महंगाई की मार ने रसोईं का बजट बिगाड़ दिया है. वहीं, भिंडी, प्याज और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं, जो हर घर में रोजाना खाने में इस्तेमाल होते हैं. इसके अलावा अदरक भी बाजार में 400 रुपए किलो बिक रहा है.

इसपर ईटीवी भारत ने कुछ गृहणियों से जाना की वह फिलहाल घर का बजट कैसे मैनेज कर रही हैं. इसके अलावा घर में बनने वाली सब्जियों में टमाटर की जगह कौन से विकल्पों का इस्तेमाल करती हैं. इस पर वेस्ट दिल्ली में रहने वाली गुरमीत भंगा ने बताया कि टमाटर महंगा होने से काफी दिक्कत हो रही है. हर सब्जी में टमाटर पड़ता है. कुछ सब्जियों में टमाटर की जगह इमली डाली जा सकती है, लेकिन इससे वह स्वाद नहीं आता जो टमाटर से आता है. उन्होंने बताया कि मॉनसून से कारण हर सब्जी का दाम बढ़ जाता है, जिससे रसोई का बजट पूरी तरह से डगमगा जाता है. जो सब्जी पहले हम 20 रुपए में खरीदते थे वो अचानक से 100 रुपए में मिलती है तो मैनेज करना मुश्किल हो जाता है.

दरअसल, बारिश होने के चलते कई जगह पर फसल खराब हो जाती हैं. ऐसे में सब्जियों के दाम में तेजी आती है. इस समय बाजार में टमाटर 100 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 160 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो, तुरई 60 रुपये प्रति किलो, आलू 20 रुपये प्रति किलो और प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है.

ग्रेवी वाली सब्जी में टमाटर जरूरी: 51 वर्षीय दीपा शर्मा ने बताया कि एक हाउस वाइफ होने के नाते, घर के बजट को मैनेज करने का पूरा जिम्मा उनका होता है. छुट्टियों का समय है इसलिए घर में मेहमानों का काफी आना-जाना होता है. वहीं, टमाटर के दाम बढ़ने से काफी दिक्कत हो रही है. उन्होंने बताया कि सूखी सब्जी को तो बिना टमाटर और प्याज के बनाई जा सकती है, लेकिन ग्रेवी वाली सब्जियों में टमाटर तो पड़ता ही है. कीमत बढ़ने के अपने किचन के बजट को संभालने के लिए दो के बजाये एक टमाटर से काम चलाना पड़ता है. उनके अलावा गृहणी रीता भारती ने बताया कि एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए टमाटर खरीदना मुश्किल हो रहा है. बच्चों के लिए सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए भी अब कम टमाटर का उपयोग करना पड़ रहा है.

तजुर्बे का इस्तेमाल कर बचाए पैसे: रसोईं की पूरी जिम्मेदारी घर की महिलाओं की होती है. उनके ऊपर निर्भर करता है कि वह किस तरह से बजट हो मैनेज करें, चाहे सब्जी कितनी भी मंगाई हो जाए. कुछ महिलाएं इसके लिए स्मार्ट वर्क और तज़ुर्बे का भी इस्तेमाल करती हैं. तिलक नगर की रहने वाली इंद्रजीत कौर (60) ने बताया कि उनको पहले से ही अंदाजा था कि टमाटर महंगे होंगे इसीलिए उन्होंने पहले से ही 5 किलो टमाटर की प्यूरी बना कर रख ली थी.

कैसे बनाएं टमाटर प्यूरी: उन्होंने बताया कि पहले टमाटर के दो भाग कर ग्राइंडर में पीस लें. इसके बाद टमाटर को एक उबाल आने तक पकाएं. प्यूरी ठंडी होने के बाद उसको किसी भी कांच के जार में पलट कर फ्रिज में रख लें. यह प्यूरी लगभग एक महीने चल जाती है.

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क्यों महंगा हुआ टमाटर: गौरतलब है कि बेमौसम बारिश के चलते टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे कई राज्यों में इसके उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा बिपरजॉय साइक्लोन का भी असर टमाटर के उत्पादन पर पड़ा है. टमाटर की पैदावार करने वाले शीर्ष राज्यों में गुजरात और महाराष्ट्र भी शामिल हैं, जहां बिपरजॉय का प्रकोप देखने को मिला है. इससे इस साल टमाटर की बुआई कम हुई जो कीमतों में बढ़ोत्तरी का कारण बनी है.

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