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दिल्ली कैंट विधानसभा: कमांडो सुरेंद्र ने NCP के टिकट से भरा नामांकन

आम आदमी पार्टी के टिकट पर लगातार दो बार दिल्ली कैंट से विधायक रहे कमांडो सुरेंद्र तीसरी बार भी चुनाव मैदान में उतरे हैं. विधानसभा क्षेत्र वही है लेकिन इस दफा आम आदमी पार्टी का टिकट उन्हें नहीं मिला तो वे एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं.

Commando Surendra filled his nomination with NCP ticket from Delhi Cantt assembly seat
कमांडो सुरेंद्र ने NCP के टिकट से भरा नामांकन
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Published : Jan 21, 2020, 6:07 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली कैंट विधानसभा सीट से एनसीपी के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए कमांडो सुरेंद्र ने मंगलवार को जामनगर स्थित नामांकन केंद्र में अपना पर्चा दाखिल कर दिया. तकरीबन 3 घंटे के बाद नामांकन पर्चा भर कर वे बाहर निकले.

उन्होंने कहा कि यह चुनाव लड़ने का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला नहीं था. क्षेत्र की जनता ने उनसे चुनाव लड़ने को कहा और वह एक सैनिक हैं तो ऐसे में जनता की मांग को दरकिनार नहीं कर सकते थे इसीलिए वह लड़ने को तैयार हुए.

कमांडो सुरेंद्र ने NCP के टिकट से भरा नामांकन

'काम किया मिलेगा वोट'
कमांडो सुरेंद्र ने कहा कि दिल्ली कैंट विधानसभा में बहुतायत में सैनिक और पूर्व सैनिक रहते हैं. अपनी विधायकी के दौरान जो उन्होंने कामकाज किया है सब सामने है. लोगों की इच्छा पर ही वे चुनावी मैदान में उतरे हैं. अगर जनता चाहेगी तो वे एक बार फिर विधायक के तौर पर सेवा कर सकते हैं.

'आप से पहले भी टिकट नहीं मांगा था'
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली बार भी आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मांगा था, उन्हें स्वयं अरविंद केजरीवाल ने बुलाकर टिकट दिया और चुनाव लड़ाया था. अगर उन्होंने काम अच्छा नहीं किया होता जनता विरोध करती. तब टिकट कटता तो वे नाराज भी नहीं होते. लेकिन उनका टिकट क्यों कटा यह समझ में नहीं आया.

टिकट कटने पर जताया था विरोध
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था. जिसके तुरंत बाद सबसे पहले दिल्ली कैंट से विधायक सुरेंद्र कमांडो ने ही अपना टिकट कटने पर विरोध जताया था.

उन्होंने कुछ समय बाद मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत भी थी, लेकिन मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले. जिसके बाद वे नाराज चल रहे थे. चर्चा यह भी चल रही थी कि वह कांग्रेस या बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन कमांडो ने एनसीपी के टिकट से अपना पर्चा दाखिल कर दिया.

नई दिल्ली: दिल्ली कैंट विधानसभा सीट से एनसीपी के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए कमांडो सुरेंद्र ने मंगलवार को जामनगर स्थित नामांकन केंद्र में अपना पर्चा दाखिल कर दिया. तकरीबन 3 घंटे के बाद नामांकन पर्चा भर कर वे बाहर निकले.

उन्होंने कहा कि यह चुनाव लड़ने का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला नहीं था. क्षेत्र की जनता ने उनसे चुनाव लड़ने को कहा और वह एक सैनिक हैं तो ऐसे में जनता की मांग को दरकिनार नहीं कर सकते थे इसीलिए वह लड़ने को तैयार हुए.

कमांडो सुरेंद्र ने NCP के टिकट से भरा नामांकन

'काम किया मिलेगा वोट'
कमांडो सुरेंद्र ने कहा कि दिल्ली कैंट विधानसभा में बहुतायत में सैनिक और पूर्व सैनिक रहते हैं. अपनी विधायकी के दौरान जो उन्होंने कामकाज किया है सब सामने है. लोगों की इच्छा पर ही वे चुनावी मैदान में उतरे हैं. अगर जनता चाहेगी तो वे एक बार फिर विधायक के तौर पर सेवा कर सकते हैं.

'आप से पहले भी टिकट नहीं मांगा था'
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली बार भी आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मांगा था, उन्हें स्वयं अरविंद केजरीवाल ने बुलाकर टिकट दिया और चुनाव लड़ाया था. अगर उन्होंने काम अच्छा नहीं किया होता जनता विरोध करती. तब टिकट कटता तो वे नाराज भी नहीं होते. लेकिन उनका टिकट क्यों कटा यह समझ में नहीं आया.

टिकट कटने पर जताया था विरोध
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था. जिसके तुरंत बाद सबसे पहले दिल्ली कैंट से विधायक सुरेंद्र कमांडो ने ही अपना टिकट कटने पर विरोध जताया था.

उन्होंने कुछ समय बाद मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत भी थी, लेकिन मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले. जिसके बाद वे नाराज चल रहे थे. चर्चा यह भी चल रही थी कि वह कांग्रेस या बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन कमांडो ने एनसीपी के टिकट से अपना पर्चा दाखिल कर दिया.

Intro:नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के टिकट पर लगातार दो बार दिल्ली कैंट से विधायक रहे कमांडो सुरेंद्र तीसरी बार भी चुनाव मैदान में उतरे हैं. विधानसभा क्षेत्र वही है. लेकिन इस दफा आम आदमी पार्टी का टिकट उन्हें नहीं मिला तो वे एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं.


Body:नामांकन भरने के बाद जीत का दावा

दिल्ली कैंट विधानसभा सीट से एनसीपी के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए कमांडो सुरेंद्र ने मंगलवार को जामनगर स्थित नामांकन केंद्र में अपना पर्चा दाखिल किया. तकरीबन 3 घंटे बाद में नामांकन पर्चा भर कर बाहर निकले. उन्होंने कहा कि यह चुनाव लड़ने का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला नहीं था. क्षेत्र की जनता ने उनसे चुनाव लड़ने को कहा और वह एक सैनिक हैं तो ऐसे में जनता की मांग को दरकिनार नहीं कर सकते थे इसीलिए वह लड़ने को तैयार हुए.

काम किया मिलेगा वोट

कमांडो सुरेंद्र ने कहा कि दिल्ली कैंट विधानसभा में बहुतायत में सैनिक और पूर्व सैनिक रहते हैं.अपनी विधायकी के दौरान जो उन्होंने कामकाज किया है सब सामने है. लोगों की इच्छा पर ही वे चुनाव मैदान में उतरे हैं. अगर जनता चाहेगी तो वे एक बार फिर विधायक के तौर पर सेवा कर सकते हैं.

आप से पहले भी उन्होंने टिकट नहीं मांगा था, मिला था

आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर ऐसी क्या नाराजगी कि वे दूसरी पार्टी में शामिल हो गए और आप चुनाव भी लड़ रहे हैं? इस सवाल पर कमांडो सुरेंद्र ने कहा कि आम आदमी पार्टी में भी उन्होंने टिकट मांगा नहीं था. उन्हें स्वयं अरविंद केजरीवाल ने बुलाकर टिकट दिया और चुनाव लड़ाया था. अगर उन्होंने काम अच्छा नहीं किया होता जनता विरोध करती. तब टिकट कटता तो ने नाराज भी नहीं होते. लेकिन उनका टिकट क्यों कटा यह समझ में नहीं आया.


Conclusion:बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था. जिसके तुरंत बाद सबसे पहले दिल्ली कैंट से विधायक सुरेंद्र कमांडो नहीं अपना टिकट कटने पर विरोध जताया था. वह कुछ समय बाद ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर पहुंचकर शिकायत भी करने पहुंचे. लेकिन मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले. जिसके बाद से भी नाराज चल रहे थे. चर्चा यह भी चल रही थी कि वह कांग्रेस या बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन कमांडो ने एनसीपी के टिकट से अपना पर्चा दाखिल किया.

समाप्त, आशुतोष झा

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