नई दिल्ली: रटने की विधा को खत्म करने और शिक्षा को मनोरंजक बनाने के लिए स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों के अध्याय पर आधारित 100 से अधिक कॉमिक पुस्तकों का प्रमोचन केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने किया. उन्होंने कहा कि यह पुस्तकें ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ बच्चों में सांस्कृतिक और सामाजिक संवेदनशीलता को बढ़ाने में भी मदद करेगी.
अब नहीं रटने पड़ेंगे विषय
बता दें कि रटकर सीखने के बजाय रचनात्मक और नव चिंतन को प्रोत्साहन देने के लिए तीसरी से 12वीं क्लास की एनसीईआरटी पुस्तकों के अध्ययन पर आधारित कॉमिक पुस्तकों को नए शैक्षणिक संसाधनों के रूप में विकसित किया गया है. यह पुस्तकें देशभर के विभिन्न सीबीएसई संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों के जरिए 16 विषयों में विकसित की गई हैं.
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पुस्तकों के अध्यायों से संरेखित है यह कॉमिक्स
वहीं इन पुस्तकों की विशेषता यह है कि यह कॉमिक्स एनसीईआरटी की पुस्तकों के अध्यायों से संरेखित है और इसमें विशिष्ट कहानी और चरित्र हैं जिन्हें छात्र और शिक्षक स्वयं से जोड़कर देख सकते हैं. साथ ही यह वर्कशीट द्वारा समर्थित और छोटे-छोटे विषय में विभाजित है.
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इसके साथ ही इन की शैक्षणिक सामग्री की संरचना के समय अन्य जीवन कौशलों के साथ लिंग संवेदनशीलता, महिला सशक्तिकरण, मूल्य शिक्षा के मुद्दों पर ध्यान दिया गया था. बता दें कि इन कॉमिक्स को दीक्षा वेब पोर्टल पर या किसी भी एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर दीक्षा ऐप के जरिए ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है.