नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए ED द्वारा भेजे गए दूसरे समन पर भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पेश नहीं होंगे. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वह 10 दिनों के लिए विपश्यना के लिए दिल्ली से रवाना हो गए हैं. दिल्ली सरकार में कथित शराब घोटाले में पूछताछ के लिए ED ने सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दोबारा समन भेज 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था. इससे पहले शराब घोटाले में ही सीबीआई अरविंद केजरीवाल से पूछताछ कर चुकी है. यह पूछताछ इस वर्ष अप्रैल महीने में हुई थी. इसके बाद ED ने पहली बार नोटिस जारी कर दो नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि, 'केजरीवाल विपश्यना के लिए जा रहे हैं. उनके जाने का शेड्यूल पहले से ही तय है. इससे पहले जो अरविंद केजरीवाल को नोटिस भेजा गया था उसको लेकर हमने ईडी से कुछ लीगल सवाल पूछे थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. अरविंद केजरीवाल को भेजे गए नोटिस को हमारे वकील देख रहे हैं.'
आप सांसद राघव चड्ढा ने भी पुष्टि की केजरीवाल फिलहाल विपश्यना के लिए जा रहे हैं वो 31 दिसंबर को दिल्ली वापस लौटेंगे. अभी तक अरविंद केजरीवाल विपश्यना साधना के लिए हिमाचल, बेंगलूरू और महाराष्ट्र में से किसी एक जगह जाते हैं, लेकिन इस बार वो कहां जा रहे हैं इसकी जानकारी फिलबाल किसी को नहीं पता है. विपश्यना साधना के नियमों के अनुसार, 20 दिसंबर से अगले 10 दिनों तक अरविंद केजरीवाल किसी के संपर्क में नहीं रहेंगे. उनकी गैर मौजूदगी में मंत्री आतिशी सरकार का कामकाज संभालेंगी.
यह भी पढ़ें- ED ने CM केजरीवाल को दूसरी बार भेजा समन, शराब घोटाले में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया
क्या है विपश्यना साधना: विपश्यना साधना में करीब सात दिनों तक लगातार बैठकर ध्यान करना होता है. इस दौरान मौन रहना, ज्यादा बातचीत न करना, बाहरी दुनिया से कोई संपर्क न रखना जैसे कड़े नियमों का पालन करना होता है. इससे पहले दिसंबर 2022 में मुख्यमंत्री विपश्यना साधना के लिए गए थे. सीएम केजरीवाल कहते रहे हैं, कि कई सौ साल पहले भगवान बुद्ध ने ये विद्या सिखाई थी, अगर किसी ने विपश्यना नहीं की है तो एक बार जरूर करें. इससे मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से बहुत लाभ होता है.
विपश्यना साधना के फायदे: विपश्यना एक प्राचीन ध्यान विधि है. इसे आत्म शुद्धि का सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता है. कहा जाता है कि भगवान बुद्ध ने भी इसी ध्यान विधि से बुद्धत्व हासिल किया था. ये खुद को जानने में काफी मदद करती है. आजकल तनाव भरी जिंदगी में लोग सुबह से लेकर देर रात तक व्यस्त रहते हैं. ऐसे में उनको बहुत अधिक शारीरिक और मानसिक थकान का सामना करना पड़ता है. लोग इतने अधिक थक जाते हैं कि उनको लगता है कि किसी ऐसी जगह चला जाए जहां दुनिया से कोई वास्ता न रहे, ऐसी सोच वालों के लिए विपश्यना एक नई ऊर्जा देने का काम करता है.
यह भी पढ़ें- ED summons To CM kejriwal: शराब घोटाले में फंसी AAP की लीडरशिप, जानें किसे होगा नफा और नुकसान