नई दिल्ली: राजधानी की परिवहन व्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से बृहस्पतिवार को कलस्टर सेवा के तहत चलने वाली बसों में 100 नई बसें शामिल की गई हैं. इन बसों में सुरक्षा के लिहाज से कई सुविधाएं दी गई हैं. इन बसों की हरेक गतिविधि पर अब कंट्रोल रूम की नजर रहेगी. बस ड्राइवर और कंडक्टर अपनी बात कंट्रोल रूम तक पहुंचाना चाहते हैं तो वो झट से बस में लगे वायरलेस के जरिए बात पहुंचा सकते हैं.
सीट के पास है इमरजेंसी बटन
क्लस्टर सेवा में जो सौ बसें शामिल हुई हैं, इन बसों में हर सीट के पास इमरजेंसी बटन लगी हुई है. यात्री अगर किसी कारणवश बस रुकवाना चाहता है या ड्राइवर तक अपनी बात पहुंचाना सकता है तो वह इमरजेंसी बटन को दबाकर बता सकता है. पहले की बसों में दो से तीन इमरजेंसी बटन होते थे. मगर वो भी चालू हालत में नहीं थे. अब सभी बसों में हर सीट के पास यह बटन लगाया गया है. इसके अलावा बस में दो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. जिसके जरिए पूरी बस की गतिविधियों पर और बस ड्राइवर पर नजर रखी जा सकती है.
पावर स्टेरिंग की सुविधा
जीपीएस सुविधा से लैस बस में स्टेरिंग के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज देखने के लिए स्क्रीन लगी हुई हैं. ऐसा होने से बस में किसी अप्रिय घटना होने की संभावना कम हो जाएंगी. इसके अलावा लो फ्लोर बसों की तरह क्लस्टर बसों में भी अब पावर स्टेरिंग की सुविधा दी गई है. जिससे चालक को बस चलाने में सहूलियत होगी.
बता दें कि लंबे समय से दिल्ली की सड़कों पर तीन हज़ार बसें उतारने की कवायद चल रही थी, उसे अब तय समय पर साकार करने को लेकर विभाग को आदेश जारी किए गए हैं. जुलाई महीने में लो फ्लोर सीएनजी और अगस्त महीने में 1000 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का फैसला लिया गया था.