नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू हो गया है. SOL के छात्र भी अब रेगुलर स्टूडेंट की तरह साल में दो बार एग्जाम देंगे.
इस पर SOL में गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन डॉक्टर सीएस दुबे ने बताया कि यह सिस्टम छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए किया गया है और इससे छात्रों को लाभ होगा और जो छात्र अच्छा परफॉर्म करेंगे वह अगले साल रेगुलर कॉलेज में भी दाखिला ले सकेंगे.
SOL से रेगुलर कॉलेज में ले सकेंगे दाखिला
प्रोफेसर सीएस दुबे ने बताया कि इस सिस्टम का लाभ करीब डेढ़ लाख तक स्टूडेंट्स को मिलेगा और छात्र केवल दिल्ली में ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी इसका लाभ ले सकेंगे. अगर छात्र SOL से फर्स्ट ईयर कर, सेकंड ईयर किसी दूसरी यूनिवर्सिटी से करना चाहता है तो वह कर पाएगा क्योंकि चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम से उसके क्रेडिटस ट्रांसफर हो सकेंगे.
DU का हर एक छात्र पढ़ेगा एक ही सिलेबस
वहीं जब हमने इस सिस्टम को देरी से लागू किए जाने पर सवाल किया तो चेयरमैन का कहना था कि हम इसे 2014-15 से लाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, जब इस साल वीसी की तरफ से हमें यह जिम्मेदारी सौंपी गई और उनकी तरफ से कहा गया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के हर एक छात्र के लिए एक समान सिलेबस होगा. जब हर एक छात्र को 1 डिग्री दी जाती है तो छात्र एक ही सिलेबस भी पड़ेंगे.
शुरू किए जाएंगे ऑनलाइन कोर्स
चेयरमैन डॉक्टर दुबे ने बताया कि हम छात्रों के लिए शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए ऑनलाइन कोर्स की सुविधा भी जल्द शुरू की जाएगी. जिससे कि छात्र ऑनलाइन भी पढ़ पाएंगे. वहीं नए सेमेस्टर सिस्टम के लिए छात्रों के लिए लेक्चर्स की वीडियो भी वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है.