नई दिल्ली: उत्तर रेलवे की राजधानी गाड़ियों में बहुत जल्दी यात्रियों को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं मिलने वाली हैं. कालका राजधानी एक्सप्रेस के 50 साल पूरे करने के मौके पर उत्तर रेलवे के चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (कोचिंग) शैलेन्द्र सिंह ने कहा है कि अगले साल तक गाड़ियों को अपग्रेड कर सीसीटीवी कैमरा इन्फोटेनमेंट और बायो वेक्यूम शौचालय जैसी आधुनिक सुविधाएं दे दी जाएंगी.
गोल्डन जुबली के मौके पर सिंह ने बताया कि 1969 में देश की पहली राजधानी शुरू की गई थी. राजधानी से बेहतर गाड़ियां होने के बावजूद आज भी लोग राजधानी गाड़ियों को प्राथमिकता देते हैं. ऐसे में इन गाड़ियों में सुधार के लगातार प्रयास हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते दिनों प्रोजेक्ट स्वर्ण के तहत राजधानी गाड़ियों को अपग्रेड किया गया है और इनमें बेहतर सीट, लाइट, दरवाजे, शौचालय आदि के इंतजाम किए गए थे. हालांकि अब इस अपग्रेड को और ऊपर के स्तर पर ले जाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक अगले साल तक उत्तर रेलवे के अधीन चल रही सभी 24 राजधानी गाड़ियों में सीसीटीवी और बायोवैक्यूम टॉयलेट के अलावा इंफोटेनमेंट के भी इंतजाम किए जाएंगे. इसमें यात्री के दौरान यात्रियों को वाईफाई के साथ-साथ फिल्म, टीवी सीरियल्स और अन्य चीजें देखने सुनने की आजादी होगी. सिंह के मुताबिक राजधानी गाड़ियों के साथ-साथ शताब्दी गाड़ियों को भी इसी स्तर पर अपग्रेड किए जाने का प्लान है.
बता दें कि अभी के समय में उत्तर रेलवे की दिल्ली मंडल में सबसे अधिक राजधानी और शताब्दी रेलगाड़ियां हैं. जानकारी के मुताबिक यहां कुल 24 राजधानी और 15 शताब्दी ट्रेन हैं. पिछले दिनों कुछ गाड़ियों में पायलट तौर पर कुछ सुविधाएं शुरू भी की गई हैं लेकिन दावा किया जा रहा है आने वाले दिनों में सभी गाड़ियों में आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी.