नई दिल्ली: हाथरस गैंगरेप के बाद एक बार फिर देश भर में महिला सुरक्षा का मुद्दा गरमा गया है. महिलाओं के खिलाफ होते अपराध को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में दिल्ली के मार्केट एरिया में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं, इसको लेकर ईटीवी भारत ने कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की महिला विंग की अध्यक्ष पूनम गुप्ता से बात की.
पूनम गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार अपराध कम करने के लिए पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने का दावा करती है, लेकिन यहां ये जानना जरूरी है कि क्या वो सीसीटीवी कैमरे चल रहे हैं? क्या उनकी मॉनिटरिंग सही तरीके से हो रही है? कई बार अपराध हो जाते हैं, लेकिन कैमरा बंद या खराब होने के चलते अपराधी को पकड़ना मुश्किल हो जाता है.
कैट महिला विंग की अध्यक्ष पूनम गुप्ता ने कहा-
दिल्ली में महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस की है. जिसके लिए दोनों को मिलजुल कर काम करना चाहिए. दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी है कि अगर ऐसे अपराध होते हैं, तो तुरंत कार्रवाई करे. कई बार हम देखते हैं कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव देखने को मिलता है. किसी भी मामले में राजनीति होना गलत है. अगर कोई संदिग्ध मामला सामने आता है, तो उसमें सीधी स्पष्ट कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
पूनम गुप्ता ने हाथरस मामले को लेकर कहा कि ये बेहद ही भयानक है. किसी भी महिला के साथ इस तरीके की दरिंदगी के लिए प्रदेश सरकार और पुलिस जिम्मेदार है. महिलाओं को कड़ी सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस मामले में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
हालांकि इस दौरान वो आधी रात को हाथरस पीड़िता का शव जलाए जाने पर कुछ भी बोलने से बचीं. उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है.