नई दिल्लीः हरि नगर इलाके से कारोबारी को अगवा कर 25 लाख की फिरौती मांगने वाले गैंग के सरगना को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान अजय त्रिपाठी के रूप में की गई है. आरोपी पहले भी पांच करोड़ की रंगदारी के लिए एक बच्चे का अपहरण जयपुर में कर चुका है. वहीं गिरफ्तारी की जानकारी हरि नगर पुलिस को दे दी गई है, जहां से उसने अपहरण किया था.
अतिरिक्त आयुक्त अजीत सिंगला ने दी जानकारी
अतिरिक्त आयुक्त अजीत सिंगला के अनुसार 18 फरवरी को तिलक नगर के एक रहने वाले कारोबारी का अपहरण कर लिया गया था. उन्हें छोड़ने के लिए 25 लाख की फिरौती मांगी गई थी. इस बाबत हरि नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था. मामले में पुलिस द्वारा की जा रही धरपकड़ के चलते आरोपियों ने दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास पीड़ित को छोड़ दिया था. वहीं एक आरोपी हरिपाल को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन अन्य सभी आरोपी भागने में कामयाब रहे थे.
पुलिस टीम पर चलाई गोली
मामले की छानबीन के दौरान पता चला कि अपहरण का मास्टरमाइंड अजय त्रिपाठी है, जिसे पहले क्राइम ब्रांच 2017 में गिरफ्तार कर चुकी है. क्राइम ब्रांच के एएसआई बिजेंदर को सूचना मिली कि अजय त्रिपाठी अपने साथी से मिलने के लिए नजफगढ़ रोड के पास आएगा.
इस जानकारी पर एसीपी गिरीश कौशिक की देखरेख में इंस्पेक्टर पीसी खंडूरी, एसआई दाताराम और राकेश की टीम ने जाल बिछाया. बाइक पर आ रहे इस शख्स को पुलिस टीम ने जब रुकने का इशारा किया तो उसने तीन राउंड गोली चला दी.
पुलिस को लगी गोली
इस दौरान दो गोली इंस्पेक्टर पीसी खंडूरी और एएसआई बिजेंद्र की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी. वहीं पुलिस टीम अजय को पकड़ने में कामयाब रही. उसके पास से एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए. वहीं एक बाइक भी बरामद की गई, जो द्वारका नॉर्थ इलाके से चोरी की गई थी.
पहले भी कर चुका है अपहरण
गिरफ्तार किया गया अजय त्रिपाठी नजफगढ़ का रहने वाला है. 2010 में उसने एक 2 साल के बच्चे को किडनैप कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी थी. जयपुर में इस बाबत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था. जेल से बाहर आने के बाद उसने नजफगढ़, मुंडका, बहादुरगढ़ इलाके के बदमाशों के साथ मिलकर गैंग बनाया और जमीनों पर कब्जा करने लगा.
जमीन पर भी किया था कब्जा
सितंबर 2012 में आरोपी ने ककरोला में 200 गज की एक जमीन पर जबरन कब्जा किया था. इस बाबत द्वारका थाने में मामला दर्ज किया गया था. 2017 में उसे क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया था.