नई दिल्ली: दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाकों में से एक आनंद विहार में प्रदूषण जल्द ही बढ़ सकता है, दरअसल उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की जो BS-3 और BS-4 की बसें दिल्ली के बस अड्डों पर जाती थी. वह अब आनंद विहार के सामने कौशांबी डिपो से चलाई जा रही है. यहां पर पुरानी प्रदूषण फैलाने वाली बसों की संख्या बढ़ गई है. बसें दिल्ली नहीं जा रही हैं लेकिन बॉर्डर पर प्रदूषण फैला रही है. ऐसे में आनंद विहार में प्रदूषण बढ़ सकता है.
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वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने 1 नवंबर से प्रदूषण की रोकथाम के लिए एनसीआर से दिल्ली के बीच सिर्फ सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस 6 बसें ही चलाने का निर्देश दिया था. बीएस 3 और बीएस 4 बसों के संचालन पर प्रतिबंध लगाया था. हालांकि एनसीआर के बाहर से आने वाली बसों को 30 जून तक छूट दी गई थी लेकिन दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के कारण दिल्ली सरकार की ओर से सख्ती बढ़ती जा रही है. दिल्ली सरकार के मंत्री और परिवहन विभाग के अधिकारी बॉर्डर पर बीते दिनों बसो की जांच. बीएस 3 व बीएस 4 बसों के संचालन पर विरोध किया.
कौशांबी डिपो में बढ़ी बसों की संख्या: यूपीएसआरटीसी के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक शिव बालक के मुताबिक अब बीएस 3 व बीएस 4 बसों को दिल्ली के अंदर विहार नहीं भेजा जा रहा है. इन बसों का संचालन आनंद विहार बस टर्मिनल के सामने कौशांबी डिपो से किया जा रहा है. यहां पर करीब 400 बसें बढ़ गई है. पहले से ही यहां 650 से अधिक बसें चलती थीं, अब कौशांबी डिपो से 1000 से अधिक बसों का संचालन हो रहा है. ऐसे में यहां पर प्रदूषण बढ़ सकता है.
बड़ी संख्या में चलती हैं निजी बसें: आनंद विहार में बड़ी संख्या में टूर एंड ट्रेवल और कुछ डग्गामार डीजल बसें चलती हैं. इन बसों का संचालन आनंद विहार और कौशांबी के बीच की रोड से किया जाता है. सड़क पर इन बसों के खड़े होने के कारण जाम भी लगता है जिसकी वजह से भी प्रदूषण होता है.
13 हॉटस्पॉट में से एक है आनंद विहार: दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाकों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है. इस तरह के कुल 13 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं. इसमें आनंद विहार एक प्रमुख हॉटस्पॉट है. यहां पर प्रदूषण का स्तर ज्यादातर बढ़ा ही रहता है.
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