नई दिल्ली: भलस्वा लैंडफिल साइट में कूड़े के पहाड़ में लगी आग को लेकर विवाद ने तूल पकड़ लिया है. इस पूरे मामले पर हरीश खुराना ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान साफ तौर पर कहा कि कूड़े के पहाड़ में आप विधायकों और नेताओं के द्वारा आग लगाई गई है. जिसकी जानकारी खुद स्थानीय लोगों ने आकर दी है. जो बेहद निंदनीय है. समय आ गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली की जनता के लिए काम करें और लैंडफिल साइट पर ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए केंद्र के साथ एक टीम गठित की जाए, जिसमें राज्य के साथ नगर निगम की सरकार भी मिलकर काम करें.
देश की राजधानी दिल्ली में वर्तमान समय में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बड़ी समस्या कूड़े के पहाड़ की है. भलस्वा लैंडफिल साइट और गाज़ीपुर लैंडफिल साइट में पिछले दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर भयावह आगजनी की घटनाएं हो रही हैं. आग लगने की वजह से भलस्वा लैंडफिल साइट के आसपास के क्षेत्र के लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक भी गरमा गई है. आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने पूरे मामले को लेकर निगमों में शासित बीजेपी की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाने के साथ लैंडफिल साइट में लगी आग के लिए भी जिम्मेदार ठहराया है.
वहीं दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता हरीश खुराना ने सामने आकर आप के विधायक और नेताओं पर गंभीर आरोप लया है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि दो दिन पहले दिल्ली बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में लैंडफिल साइट के आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोग आए और उन्होंने बकायदा यह शिकायत की के भलस्वा लैंडफिल साइट में आम आदमी पार्टी विधायक और नेताओं के द्वारा जानबूझकर आग लगाई जा रही है. ताकि नगर निगम में शासित बीजेपी को बदनाम किया जा सके. जरूरत पड़ने पर उन तमाम लोगों को मीडिया के सामने भी लाया जाएगा. फिलहाल मेरी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इस पूरे मामले पर राजनीति न करें, चुनाव आते जाते रहेंगे. इस तरह से पूरे मामले पर नगर निगम में बीजेपी की सरकार पर ठीकरा फोड़ना अच्छा नहीं है. कम से कम लोगों की जान माल को ध्यान में रखते हुए ऐसा काम न किया जाए. उन्होंने कहा कि जब भलस्वा लैंडफिल साइट के आसपास के रहने वाले लोगों ने आकर बताया कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं द्वारा खुद कूड़े के पहाड़ में आग लगाई जा रही है तो ये सुनकर हम लोग खुद हैरान हैं कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है.
वहीं इस मामले में आगे बोलते हुए हरीश खुराना ने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेने के साथ एक हाई पावर कमेटी बिठाना चाहिए, जिसमें केंद्र के भी सदस्य को शामिल किया जाना चाहिए. केंद्र का नुमाइंदा होगा तो पूरी जांच-पड़ताल में दूध का दूध और पानी का पानी सब निकल कर सामने आ जाएगा. जो आरोप भलस्वा लैंडफिल साइट के स्थानीय लोगों के द्वारा लगाए जा रहे हैं वह काफी गंभीर हैं. इसकी जांच होनी चाहिए और अगर इसमें कुछ भी सच्चाई है तो यह बेहद निंदनीय है. दिल्ली बीजेपी मांग करेगी गृहमंत्री अमित शाह से की इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच होनी चाहिए. ताकि नगर निगम को बदनाम करने की जो साजिश हो रही है उसे रोका जा सके. हर साल यह दुखद घटनाएं होती है लेकिन अब यह समय आ गया कि केंद्र के साथ राज्य सरकार और नगर निगम एक साथ बैठकर संयुक्त रूप से ना सिर्फ में समस्या का समाधान निकालें बल्कि इस पर रोक की लगाई जाए कम से कम राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली की जनता के लिए काम करें अरविंद केजरीवाल.
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