नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में बुधवार को एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने बाजी मार ली है. शैली ओबरॉय को दूसरी बार मेयर और मोहम्मद इकबाल को दूसरी बार डिप्टी मेयर चुना गया. आखिरी वक्त में बीजेपी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लेकर सबको चौंका दिया है. मेयर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी शिखा राय के नाम वापस लेने के बाद शैली ओबेरॉय सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित हो गईं.
आखिरी समय में भाजपा प्रत्याशी ने क्यों अपना नाम वापस लिया? भाजपा आखिरी समय तक क्या सोच रही थी? जब नाम ही वापस लेना था तो पहले क्यों नहीं लिया? इन सभी सवालों को जानने के लिए Etv Bharat ने BJP की मेयर प्रत्याशी शिखा राय से बात की. उन्होंने बताया कि हमने आखिरी वक्त पर इसलिए नाम वापस ले लिया, क्योंकि स्टैंडिंग कमेटी का गठन नहीं किया गया है और बिना स्टैंडिंग कमेटी के महापौर का कोई उचित नहीं होता है.
स्टैंडिंग कमेटी का बहानाः राय ने कहा है कि हमारी पार्टी ने कभी भी लड़ाई-झगड़ा नहीं किया. लड़ाई-झगड़ा आम आदमी पार्टी ने शुरू किया था. इस बार हमारे पास नंबर पहले से ज्यादा नंबर थे, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी की गठन नहीं किया है. और बिना स्टैंडिंग कमेटी के मेयर का कोई महत्व नहीं होता है. इसलिए अपना नाम वापस ले लिया. हालांकि, राजनीतिक जानकार इसे सिर्फ बहाना बता रहे हैं.
BJP लड़ेगी स्टैंडिंग कमेटी का चुनावः शिखा राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लोग असंवैधानिक तरीके से कार्य करते हैं. भाजपा के लोग शांति चाहते हैं. हमने कभी भी अराजकता नहीं फैलाई है, लेकिन AAP के लोग झगड़ा करते हैं. सबने देखा था कि पिछली बार सदन में किस तरह से AAP के लोगों ने गुंडागर्दी की थी. बीजेपी पूरी तैयारी के साथ स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव लड़ेगी.
निगम में आप, बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों की संख्या
AAP पार्षद | 132 |
बीजेपी पार्षद | 106 |
कांग्रेस पार्षद | 09 |
निर्दलीय पार्षद | 03 |
मेयर चुनाव होता तो यह भी करते वोट
बीजेपी सांसद | 7 |
आप सांसद | 3 |
विधायक | 14 |
इस तरह मौजूदा समीकरण में मेयर के लिए चुनाव होता तो कुल 274 वोटों में से 147 वोट आम आदमी पार्टी के पक्ष में पड़ा है.
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