नई दिल्ली: पानी की समस्या दिल्ली में अब राजनीतिक मोड़ ले रही है. पानी में अमोनिया मिलने से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने निशाना साधा है. उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार दिल्लीवासियों को अमोनिया युक्त पानी प्रदान कर रही है, जिस कारण लोगों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने जितने भी वादे किए थे, उनमें से कोई पूरे नहीं हुए.
'नहीं पूरे हुए वादे'
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जितने भी वादे किए थे, उनमें से कोई पूरे नहीं हुए, जिसका नुकसान दिल्ली की जनता को हो रहा है. कोरोना काल में जहां एक तरफ लोग कोरोना से परेशान है, तो वहीं दूसरी तरफ अमोनिया युक्त पानी पीने से उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टर और विशेषज्ञों की राय है कि अगर 10 सालों तक अमोनिया युक्त पानी का सेवन कोई करता है तो उसे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. दिल्ली सरकार के पास 6 हजार करोड़ का बजट है. कई योजनाओं के लिए बजट है, लेकिन पानी की स्थिति सुधारने के लिए उनके द्वारा कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं.
'आ रहे हैं ज्यादा बिल'
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि एक तरफ जहां दिल्ली जल बोर्ड लोगों को अमोनिया युक्त पानी प्रदान कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ मनमानी पानी के बिल भेज रहा है. मेरे पास ऐसे कई लोगों की शिकायत आई है इनके बिल बहुत ज्यादा आ रहे हैं. कई लोग मेरे से शिकायत कर चुके हैं कि 2 कमरे के मकान का पानी का बिल उनका 12 हजार आया है जो यह साफ दर्शाता है कि दिल्ली जल बोर्ड के पास कोई योजना नहीं है. केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में कई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को लगाने के लिए फंड का आवंटन किया गया था लेकिन जल बोर्ड की लापरवाही के कारण अब तक कोई नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लग सका है.
'जिम्मेदारी से भाग रहे मुख्यमंत्री'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि पहले जल बोर्ड के चेयरमैन अरविंद केजरीवाल थे लेकिन उनके कार्यकाल में भी जल बोर्ड की स्थिति नहीं सुधरी. अब जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास कोई भी विभाग नहीं है तब भी वह अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं, जिसका खामियाजा दिल्ली की जनता को उठाना पड़ रहा है.