नई दिल्ली : भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि अधिकांश अन्य विपक्षी दलों की तरह, आम आदमी पार्टी का नेतृत्व भी संसद में महिला आरक्षण विधेयक 2023 पेश होने के बाद राजनीतिक सदमे की स्थिति में है. एक समय था जब लालू यादव, मुलायम सिंह यादव और बृंदा कारत जैसे नेता पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा प्रस्तुत महिला आरक्षण विधेयक का विरोध करते थे. अब संजय सिंह और आतिशी जैसे नेता इस विधेयक पर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों विपक्षी पार्टियां किसी न किसी दलील पर महिला आरक्षण विधेयक को पारित होने से रोकते रहे हैं. आज जब वे जानते हैं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विधेयक पारित कराने से नहीं रोक पाएंगे, तो वे अब आरक्षण लागू करने की तारीख को लेकर हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि भारत की महिलाएं पिछले 75 सालों से पहले की सरकारों की गंदी राजनीति के कारण पीड़ित हैं और अब उन्हें उम्मीद की किरण दिख रही है कि अगले दो से तीन सालों में उन्हें अपने सभी अधिकार मिल जाएंगे.
उन्होंने दूसरी तरफ संसद में महिला आरक्षण विधेयक 2023 लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें महिला सशक्तिकरण को नए संसद भवन में पारित होने वाला पहला कानून बनाने के फैसले की सराहना की गई. बीजेपी की महिला पदाधिकारियों ने कहा है कि गणेश चतुर्थी के दिन भारत की महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला यह विधेयक लाकर प्रधानमंत्री ने भारत की महिलाओं को रक्षाबंधन का रिटर्न गिफ्ट दिया है.
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