नई दिल्ली: अब तक आप इंसानों के बर्थडे में शरीक हुए होंगे. अगर इस वीकेंड फ्री हैं तो आप जानवरों के बर्थडे में शरीक हो सकते हैं. दरअसल, इस वीकेंड दिल्ली जू प्रशासन कुछ स्पेशल करने जा रहा है. दिल्ली जू अपने परिसर में सीता (सफेद बाघिन) के शावकों का बर्थडे सेलिब्रेट करने जा रहा है. ऐसा जू में पहली बार नहीं हो रहा कि किसी जीव का बर्थडे मनाया जा रहा हो. इससे पहले भी कई जीवों का बर्थडे मनाया गया. उस समय दिल्ली जू में पहली महिला आईएफएस अधिकारी रेणु सिंह थी. रेणु सिंह ने दिल्ली जू में पहली बार वन्यजीवों के बर्थडे सेलिब्रेट करने की पहल की थी.
एक साल के हो जाएंगे सीता के बच्चेः सीता (सफेद बाघिन) के दो सफेद शावकों अवनि और व्योम का जन्मदिन शनिवार को मनाया जाएगा. शनिवार को यह दोनों शावक पूरे एक साल के हो जाएंगे. जन्मदिन की पार्टी केक काटने के साथ शुरू होगी. जू एक एंट्री गेट से सफेद बाघिन के बाड़े तक एक रैली निकाली जाएगी. वन संरक्षण और बाघ को बचाने के लिए इस रैली में शामिल बच्चो को इसका महत्व बताया जाएगा.
इस दौरान शपथ भी दिलाई जाएगी कि जंगल न काटे, जानवरों का शिकार न करें, बाघ को बचाने में अपना सहयोग दें. शावकों का जन्म पिछले साल 26 अगस्त को बाघिन सीता और सफेद बाघ विजय-2 से हुआ था. हालांकि, तीन शावकों का जन्म हुआ, लेकिन एक शावक की बाद में मौत हो गई. सीता का जन्म भी दिल्ली जू में ही हुआ है. सीता सीनियर विजय सफेद बाघ और कल्पना सफेद बाघिन की बेटी है. सीता की एक बहन भी है, जिसका नाम गीता है.
क्या कहती हैं निदेशकः दिल्ली जू की निदेशक आकांक्षा महाजन ने बताया कि अवनि और व्योम के पहले जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए दिल्ली चिड़ियाघर के अधिकारियों ने कई गतिविधियों की योजना बनाई है. जैसे आमतौर पर शावकों को भोजन (मांस का टुकड़ा) उनके पिंजरे में दिया जाता है, लेकिन जन्मदिन के दिन कुछ मांस के टुकड़े भी अखाड़े में रखेंगे. हम कुछ मांस के टुकड़ों को मिट्टी के नीचे छिपा देंगे या फिर एक थैले में लटका देंगे. शावक भोजन को सूंघने और उसकी तलाश करने में सक्षम होंगे.
स्कूली बच्चों को भी शावकों के जन्मदिन की पार्टी का निमंत्रण मिलेगा. जैसे हम अपने दोस्तों के जन्मदिन की पार्टियों के लिए उत्साहित और खुश होते हैं. हम चाहते हैं कि बच्चे भी शावकों के लिए वैसा ही महसूस करें. हम चाहते हैं कि बच्चे शावकों के साथ जुड़े रहें और मैं चाहती हूं कि वे जानवरों को देखने के लिए चिड़ियाघर लौटें. इससे वन्यजीवों के संरक्षण को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
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