नई दिल्ली: बढ़ते कोरोना से अब दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स की किल्लत बड़े स्तर पर सामने आने लगी है. तमाम ऐसी शिकायतें आ रहीं हैं कि कोरोना मरीजों को अस्पतालों में भर्ती होने में परेशानी हो रही है. कोरोना अस्पतालों की बेड्स की स्थिति पता करने के लिए दिल्ली सरकार ने एक ऐप बनाया है. इस दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक अभी 20 बड़े प्राइवेट अस्पतालों के एक भी बेड नहीं है.
शाम 6 बजे तक के अपडेट के अनुसार इन अस्पतालों में नहीं हैं एक भी कोरोना बेड:-
1. होली फैमिली अस्पताल, ओखला (164 बेड्स)
2. मैक्स अस्पताल, शालीमार बाग (158 बेड्स)
3. महाराजा अग्रसेन अस्पताल, पंजाबी बाग (150)
4. जयपुर गोल्डन अस्पताल, रोहिणी (124)
5. वेंकटेश्वर अस्पताल, द्वारका (98 बेड्स)
6. मूलचंद खैराती राम अस्पताल, लाजपत नगर (86 बेड्स)
7. सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, (84 बेड्स)
8. बीएलके अस्पताल, पूसा रोड, (81 बेड्स)
9. मेट्रो अस्पताल, प्रीत विहार (20 बेड्स)
10. विमहन्स अस्पताल (66 बेड्स)
11. आयुष्मान अस्पताल, द्वारका (65 बेड्स)
12. कालरा अस्पताल, कीर्ति नगर (65 बेड्स)
13. गोयल अस्पताल, कृष्ना नगर (60 बेड्स)
14. मलिक रैडिक्स अस्पताल (46 बेड्स)
15. नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट, ईस्ट ऑफ कैलाश (46 बेड्स)
16. दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टिट्यूट, पंचकुइया रोड (43 बेड्स)
17. एमजीएस अस्पताल, पंजाबी बाग (39 बेड्स)
18. महाराजा अग्रसेन अस्पताल, द्वारका (32 बेड्स)
19. गांधी नर्सिंग होम, उत्तम नगर (30 बेड्स)
20. रिवाइव अस्पताल, तिलक नगर (28 बेड्स)
61 अस्पतालों में नहीं है एक भी ICU बेड
इसके अलावा, 61 ऐसे कोरोना अस्पताल हैं जहां एक भी आईसीयू बेड खाली नहीं हैं. इसमें दिल्ली सरकार के बड़े अस्पताल जैसे जीटीबी अस्पताल और बुराड़ी अस्पताल शामिल हैं. गौर करने वाली बात यह है कि बुराड़ी अस्पताल में 100 आईसीयू बेड्स हैं, लेकिन एक भी खाली नहीं. प्राइवेट अस्पतालों की बात करें, तो गंगाराम अस्पताल में भी सभी 41 आईसीयू बेड्स भर चुके हैं.
55 अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड्स नहीं
वेंटिलेटर बेड्स की भी दिल्ली में बड़ी किल्लत होने लगी है. गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली सरकार के एक बड़े कोरोना अस्पताल राजीव गांधी अस्पताल भी एक भी वेंटिलेटर बेड खाली नहीं है. इस अस्पताल के सभी 200 वेंटिलेटर बेड्स पर अभी मरीज हैं. इसी तरह, बुराड़ी अस्पताल, दीप चंद बंधु अस्पताल और विमहन्स जैसे कई अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर बेड्स नहीं हैं. ऐसे कुल 55 अस्पताल हैं, जहां एक भी वेंटिलेटर बेड्स नहीं हैं.
करीब 59 फीसदी बेड्स पर हैं मरीज
आपको बता दें कि सोमवार शाम 6 बजे तक दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में कुल 12,262 बेड्स हैं, जिनमें से 7232 पर अभी मरीज हैं, वहीं 5030 बेड्स खाली हैं. यानी अभी कुल फीसदी 58.97 फीसदी बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती हैं. आईसीयू बेड्स की बात करें, तो कुल 1892 आईसीयू में से 413 ही खाली हैं, बाकी 1479 पर मरीज हैं, यानी 78.17 फीसदी आईसीयू बेड्स पर अभी मरीज हैं.
78 फीसदी वेंटिलेटर पर मरीज
बढ़ते कोरोना के कारण दिल्ली में सबसे ज्यादा किल्लत वेंटिलेटर बेड्स की है. अभी दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों में कुल 1167 वेंटिलेटर हैं, जिनमें से 247 ही खाली हैं, बाकी 920 पर मरीज हैं. यानी कुल संख्या के फीसदी वेंटीलेटर्स पर मरीज इलाजरत हैं.