नई दिल्ली: जामिया में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आज यानि शुक्रवार को तीन आरोपियों से लगभग 7 घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ पूर्व विधायक आसिफ खान, स्थानीय नेता आशु खान और जामिया के छात्र चंदन से की गई. यह लोग सुबह लगभग 11:15 बजे पूछताछ के लिए पहुंचे थे और इन्हें शाम को 6:30 बजे छोड़ दिया गया. इन तीनों के मोबाइल फोन क्राइम ब्रांच ने फॉरेंसिक जांच के लिए जब्त कर लिए हैं.
'20 सवाल पूछे गए'
पूछताछ के बाद बाहर निकले पूर्व विधायक आसिफ खान ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने उन्हें एक परफॉर्मा दिया था, जिसमें लगभग 20 सवाल थे. इसमें उनका नाम, मोबाइल नंबर, पेशा आदि जानकारी पूछी गई थी. इसके साथ ही 13 से 15 जनवरी के बीच उनकी लोकेशन को लेकर सवाल पूछा गया था. उनसे यह जानकारी मांगी गई कि वह जामिया में कितनी बार गए और कहां पर उन्होंने भाषण दिया. उन्होंने इन सभी सवालों के जवाब आधे घंटे में लिखित रूप में दे दिए थे.
परेशान करने का लगाया आरोप
इस मामले में पूर्व विधायक आसिफ खान और स्थानीय नेता आशु खान ने पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि पूछताछ के लिए वे सुबह लगभग 11:15 बजे पहुंच गए थे. अंदर उन्हें जो परफॉर्मा दिया गया था वह भरकर उन्होंने लगभग 12:00 बजे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को वापस सौंप दिया था. लेकिन इसके बावजूद उन्हें शाम तक यहां पर बैठा कर रखा गया.
इस दौरान उनसे किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की गई. लगभग 7 घंटे के बाद उनसे एक बांड भरवाया गया जिसमें लिखा था कि वह पूछताछ के लिए बुलाने पर क्राइम ब्रांच के समक्ष हाजिर होंगे.
डीसीपी ने कहा- हो सकते हैं गिरफ्तार
पूछताछ के बाद बाहर निकले आसिफ खान ने बताया कि उन्हें डीसीपी ने कहा था कि एफआईआर के तहत उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरीके का यहां पर माहौल था उन्हें लग रहा था कि वह गिरफ्तार हो सकते हैं. उनकी गिरफ्तारी की अफवाह फैलते ही जामिया इलाके में बड़ी संख्या में लोग थाने पर प्रदर्शन करने लग गए थे. इस पर उन्होंने कहा उन्होंने हालात को देखते हुए अपने परिचितों को यह जानकारी दी थी.
सीएफएसएल में होगी मोबाइल की जांच
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि इस मामले की छानबीन के लिए तीनों ही आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं. इन्हें जांच के लिए सीएफएसएल में भेजा जाएगा, जिससे यह पता चल सके कि वह घटना से पहले किन लोगों के संपर्क में थे. उन्होंने व्हाट्सएप और फेसबुक पर किन-किन लोगों से चैट की है. इसकी जानकारी जुटाने की कोशिश की जाएगी.