नई दिल्ली/नोएडा: फर्जी तरीके से कंपनियों का रजिस्ट्रेशन कराकर 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के फर्जीवाड़े के मामले में नोएडा पुलिस ने गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान राजस्थान के जयपुर के प्रीतम गर्ग के रूप में हुई है, जो वर्तमान में दिल्ली के रोहिणी में रह रहा था. थाना सेक्टर-20 में उसके खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं. प्रीतम के कब्जे से एक फर्जी टेक्स इनवॉयस, तीन मोबाइल, आधार कार्ड व पहचान पत्र सहित अन्य सामान बरामद हुआ है. प्रीतम का भाई इस मामले में वांछित चल रहा है.
जीएसटी के फर्जी मामले में एक और गिरफ्तारी: एडीसीपी नोएडा शक्ति अवस्थी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बीते पांच सालों से फर्जी जीएसटी बिलिंग से प्राप्त रुपए को लाने और ले जाने का कार्य एजेंट के रूप में करता था. इसने सेल्स मैनेजर के रूप में अपना जाल रोहिणी से लेकर सिरसा हरियाणा तक फैला रखा था. जयपुर में भी इसकी काफी सक्रियता थी और कई युवाओं को गिरोह से जोड़ कर उनसे आपराधिक कृत्य करवा रहा था. गिरोह के अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की चार टीमें तीन राज्यों में दबिश दे रही है.
क्या है पूरा मामला: नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने कुछ समय पहले 2660 फर्जी कंपनी बना जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा किया था. गिरोह के जालसाज पिछले पांच साल से फर्जी फर्म बनाकर जीएसटी रिफंड आइटीसी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्रापत कर सरकार को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगा रहे थे. इस मामले में सरगना सहित 18 जालसाजों की गिरफ्तारी पूर्व में हो चुकी है.
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युवक से साइबर ठगी, जांच मे जुटी पुलिस: नोएडा में लोन एप का आतंक एक बार फिर शुरू हो गया है. साइबर ठगों ने एक व्यक्ति के खाते में बगैर जानकारी के साढ़े आठ हजार रुपए डाल दिए और अब कई गुना पैसे की डिमांड कर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है. ठग पीड़ित के फोटो एडिट कर उनके दोस्तों व रिश्तेदारों को भेज रहा है. इस मामले में कोतवाली सेक्टर-113 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है.