नई दिल्ली: आंगनबाड़ी कर्मचारी फेडरेशन ऑफ इंडिया ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर पर हजारों की संख्या में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर पहुंची है. पंजाब फेडरेशन की प्रधान हरगोबिंद कौर के नेतृत्व में आंगनवाड़ी वर्करों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने क्रेंद सरकार के सामने अपनी कुछ मांगें रखी हैं. अपनी मांगों को लेकर वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपेंगे.
क्रेंद सरकार नहीं दे रही ध्यान
ऑल पंजाब आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन की प्रधान हरगोविंद कौर ने कहा है कि कई दशकों से आंगनवाड़ी सेंटरों में काम कर रही आंगनवाड़ी वर्कर को प्री-नर्सरी टीचर तथा हेल्पर को चतुर्थ श्रेणी का दर्जा मिलना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से आंगनवाड़ी वर्करों का मानदेय नहीं बढ़ाया जाना बड़े ही शर्म की बात है. हमने कोरोना में भी परेशानियों का सामना करते हुए काफी काम किया.आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्पर पर सरकार बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. हमारी मांग है कि हमें प्री नर्सरी टीचर के बराबर वेतन मिले, क्योंकि हम लोगों के पास 35 सालों का तजुर्बा है. आंगनवाड़ी पिछले 45 सालों से चल रही है लेकिन हमारी मांगों पर सरकार बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है.
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ये है मुख्य मांगें
अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव मधुबाला शर्मा ने बताया कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को नई शिक्षा नीति अनुसार प्री प्राइमरी टीचर का दर्जा, आंगनबाड़ी कर्मियों को 28258 रूपए वा हेल्पर को 25560, ग्रुप सी व डी का न्यूनतम वेतन की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर हम लोग दिल्ली के जंतर मंतर पर पहुंचे हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार हमारी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं कर रही हैं. हम लोग पूरी इमानदारी के साथ काम करते हैं लेकिन हमें मासिक वेतन नहीं दिया जाता है. हमारी मांग है कि सरकार हमारे बारे में सोचें. उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे. अगर आगे हमारी मांग नहीं मानी जाती है तो फिर आंगनबाड़ी की तमाम वर्कर्स और हेल्पर एक बड़ा आंदोलन करेंगे.
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