नई दिल्लीः AIIMS के रेसिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर AIIMS में कार्यरत विदेशी मूल के रेसिडेंट डॉक्टर्स के लिए भी भत्ते की मांग की है. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने बताया है कि AIIMS में कई बाहरी देश के डॉक्टर भी प्रैक्टिस कर रहे हैं और इस कठिन समय में उन्हें भी सरकार द्वारा भुगतान करना चाहिए.
साल से लंबित है मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में AIIMS रेसिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रताप सिंह ने बताया कि इस कठिन समय में विदेशी मूल के डॉक्टर भी पूरी मेहनत से कोरोना मरीजों के इलाज में लगे हुए हैं. लेकिन यह दुखद है कि उन्हें, इसके लिए कोई भुगतान नहीं किया जाता.
2 साल पहले प्रधानमंत्री ने पहल की थी और आश्वासन दिया था कि विदेशी मूल के डॉक्टर्स को भी भुगतान किया जाएगा. लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि 2 साल बीत जाने के बावजूद अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
डॉक्टर्स का बढ़ेगा मनोबल
डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रताप सिंह ने बताया कि इस कठिन समय में अगर भारत सरकार दूसरे देशों के डॉक्टर्स के साथ खड़ी होती है तो निश्चित रूप से सभी डॉक्टरों का मनोबल बढ़ेगा और वह पूरी तन्मयता से मरीजों का इलाज कर सकेंगे.