नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में नेशनल प्लास्टिक सर्जरी डे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर डॉक्टरों ने अपनी बात रखी और कहा कि देश में लगातार प्लास्टिक सर्जरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
डॉक्टरों ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी कराना सिर्फ कॉस्मेटिक सर्जरी तक ही सीमित नहीं है. इसके अलावा बर्न इंजरी, चोट लगने के बाद निशान पड़ना, शरीर के अंग कट जाना आदि की भी सर्जरी की जाती है. लेकिन लोग सिर्फ कॉस्मेटिक और सुंदर दिखने को ही प्लास्टिक सर्जरी समझते है.
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि हम प्रयास करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग उपचार करा सकें. इसके लिए सबसे ज्यादा बर्न इंजरी के बाद प्लास्टिक सर्जरी के केस आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए कोशिश है कि हम बेहतर सुविधाएं दे पाएं.
'प्लास्टिक सर्जरी में भारत आगे'
इसके अलावा एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जरी ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट डॉक्टर अमरीश ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी कराने में भारत काफी आगे आ रहा है. हम भी प्रयास कर रहे हैं कि इसका बेहतर प्रचार हो जिससे लोग इसे कराने में हिचके नहीं.
'महंगा होता है उपचार'
डॉक्टर अमरीश ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी काफी महंगी होती है. यह देखा गया है कि गरीब तबके के लोग यह सर्जरी नहीं करा पाते हैं.
ऐसे में हम सरकार से आशा करते हैं की वो आने वाले समय में प्लास्टिक सर्जरी को लेकर ध्यान देगी और लोगों तक मदद पहुंचाएगी. जिससे की आम आदमी जो सर्जरी के लिए पैसा खर्च नहीं कर सकता है. उसको यह सुविधा दी जा सके.
नेशनल प्लास्टिक सर्जरी डे के मौके पर एम्स ऑर्गन इंचार्ज आरती विज, AIIMS में प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के HOD मनीष सिंघल सहित कई अन्य डॉक्टर इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.