नई दिल्लीः कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही राजधानी में अब डेंगू और मलेरिया के मामले भी सामने आने लगे हैं. दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी 15 अप्रैल तक की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, बीते सप्ताह दिल्ली में डेंगू के छह मरीज मिले हैं. जबकि, मलेरिया का एक मरीज मिला है. हालांकि, राहत की बात है कि मार्च और अप्रैल में दिल्ली में कोई चिकनगुनिया का मरीज नहीं मिला है.
इस साल अभी तक दिल्ली में डेंगू के कुल 47, मलेरिया के 13 और चिकनगुनिया के कुल चार मरीज मिले हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मार्च की शुरुआत से ही हल्की गर्मी शुरू होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ना शुरू हो गया था, जिस वजह से डेंगू और मलेरिया के मामले आने शुरू हो गए हैं. उधर, निगम मच्छरों की रोकथाम के लिए जगह-जगह पर पानी के जमाव वाली साइटों के साथ ही लोगों के घर-घर जाकर मच्छरों के पनपने की जगहों को देख है और वहां दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. निगम ने इस कार्य को लेकर एक एक्शन रिपोर्ट भी जारी की है.
रिपोर्ट में निगम मच्छरों की रोकथाम के लिए किए जा रहे छिड़काव, लोगों पर मच्छरों को पनपने देने में लापरवाही बरतने और घर या अन्य जगहों पर भरे पानी में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव न कराने पर नोटिस भी दे रहा. उन पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है.
मच्छरों की रोकथाम के लिए निगम ने पिछले सप्ताह की कार्रवाई
- मच्छर रोधी छिड़काव किए गए घरों की संख्या- 34,747
- लार्वा की जांच के लिए किए गए घरों का दौरा- 6,95,822
- लार्वा मिलने वाले घरों की संख्या- 2,410
- मच्छर पनपने की स्थिति में लोगों को दिए गए नोटिस- 2,636
- मच्छर पनपने की स्थिति में दर्ज किए गए मामलों की संख्या- 476
- मच्छर पनपने की स्थिति में जी-आठ बुक से काटे गए चालान- 248
- जी-आठ की कार्रवाई से प्राप्त राशि- 61,100
- डेंगू के संदिग्ध मरीजों के लिए गए सैंपल- 878
- तालाबों में डाली गई गांबुजिया मछली- 155