नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में एंट्री लेवल क्लासेस के लिए दाखिला प्रक्रिया 2 मार्च से शुरू हो रही है. बता दें कि दाखिला लकी ड्रॉ के आधार पर होगा. वहीं नेबरहुड क्राइटेरिया और सिबलिंग क्राइटेरिया के आधार पर आवेदकों को दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. बता दें कि 13 मार्च आवेदन की अंतिम तारीख है.
ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए आरक्षित होती हैं सीटें
बता दें कि दाखिले की कुल सीटों में से 25 फ़ीसदी सीटें ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए आरक्षित होती हैं. वहीं इन सीटों पर दाखिले के लिए अभिभावक 11 मार्च से 18 मार्च तक आवेदन कर सकेंगे. ज्ञात हो कि ईडब्ल्यूएस सीट के तहत दाखिला लेने के लिए अभिभावकों के पास रेवेन्यू डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया आय प्रमाण पत्र और बीपीएल कार्ड होना अनिवार्य है. इसके अलावा 3 फ़ीसदी सीटें चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड्स (सीडब्ल्यूएसएन) के बच्चों के लिए होती है.
बता दें कि सीडब्ल्यूएसएन कैटेगरी के तहत आवेदन करने वाले अभिभावकों को आय प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य नहीं है. उन्हें केवल बच्चे का डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट जो कि सरकारी अस्पताल द्वारा जारी किया गया हो दिखाना होगा.
27 तारीख को वेटिंग लिस्ट जारी
बता दें कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में आवेदन प्रक्रिया 13 मार्च को पूरी हो जाएगी और 25 मार्च को ड्रॉ आफ लॉट्स सामान्य सीटों के लिए जबकि 23 मार्च को ईडब्ल्यूएस सीटों के लिए ड्रॉ ऑफ लॉट्स निकाला जाएगा. वहीं 27 तारीख को वेटिंग लिस्ट जारी की जाएगी और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 28 से 30 मार्च के बीच किया जाएगा और एक अप्रैल से नए सत्र की शुरुआत हो जाएगी.
बता दें कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में दाखिला लेने के लिए अभिभावकों का दिल्ली का निवासी होना अनिवार्य होगा. वहीं दाखिले के समय अभिभावकों को अपने पास दिल्ली का निवास प्रमाण पत्र, बिजली का बिल, टेलीफोन का बिल, पानी का बिल, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पासपोर्ट,बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र आदि रखना होगा. बता दें कि दिल्ली के कालकाजी, मदनपुर खादर, रोहिणी, द्वारका और खिचड़ीपुर सहित कुल पांच स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाए गए हैं.