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मनचलों से लाखों कमा रही रेलवे, महिला सुरक्षा के साथ-साथ राजस्व में भी बढ़ोतरी

पिछले साल ऐसे 7 हजार 742 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे बाद में 16 लाख 64 हजार 70 रुपये वसूल किए गए. 2019 में भी ये अभियान जारी है जबकि अब तक ऐसे करीब 1 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई है.

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Published : May 28, 2019, 8:38 AM IST

Updated : May 28, 2019, 1:27 PM IST

महिला कोच में सफर करने वालों पर कार्रवाई

नई दिल्ली: दिल्ली मंडल के अधीन काम कर रहे रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अधिकारी लगातार महिला डिब्बों में सफर करने वाले मनचलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने साल 2018 में ऐसे ही मनचलों पर कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये रेलवे के राजस्व में अर्जित किए हैं.

महिला कोच में सफर करने वालों पर कार्रवाई

पिछले साल ऐसे 7 हजार 742 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे बाद में 16 लाख 64 हजार 70 रुपये वसूल किए गए. 2019 में भी ये अभियान जारी है जबकि अब तक ऐसे करीब 1 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई है.

रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स करती है कार्रवाई
दिल्ली मंडल के सीनियर सिक्योरिटी कमांडेंट ए एन झा ने बताया कि ये सही है कि इस कार्रवाई से रेलवे को राजस्व की प्राप्ति हो रही है लेकिन यहां आरपीएफ का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा ही होता है. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोजाना औसतन ऐसे 10 लोगों पर कार्रवाई की जा रही है, जो मना करने के बावजूद महिला डिब्बे में सवार होकर यात्रा करते हैं. इसके अलावा रोजाना ही रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स रेलगाड़ियों में इस कार्रवाई को अंजाम देती है.

हर स्टेशन पर हो रही है कार्रवाई
ए एन झा ने बताया कि महिला डिब्बे में पुरुष यात्रियों का चढ़ना वर्जित है. हालांकि इसके बावजूद कई लोग जानबूझकर इन डिब्बों में सफर करते हैं. ऐसे ही लोगों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है. जहां उनपर जुर्माना या तय नियम के अनुसार दूसरी तरह की कार्रवाई होती है. ज्यादा फुटफॉल के चलते बड़े स्टेशनों पर ये कार्रवाई की जाती है. हालांकि छोटे स्टेशन भी इससे अछूते नहीं रहते.

नई दिल्ली: दिल्ली मंडल के अधीन काम कर रहे रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अधिकारी लगातार महिला डिब्बों में सफर करने वाले मनचलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने साल 2018 में ऐसे ही मनचलों पर कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये रेलवे के राजस्व में अर्जित किए हैं.

महिला कोच में सफर करने वालों पर कार्रवाई

पिछले साल ऐसे 7 हजार 742 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे बाद में 16 लाख 64 हजार 70 रुपये वसूल किए गए. 2019 में भी ये अभियान जारी है जबकि अब तक ऐसे करीब 1 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई है.

रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स करती है कार्रवाई
दिल्ली मंडल के सीनियर सिक्योरिटी कमांडेंट ए एन झा ने बताया कि ये सही है कि इस कार्रवाई से रेलवे को राजस्व की प्राप्ति हो रही है लेकिन यहां आरपीएफ का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा ही होता है. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोजाना औसतन ऐसे 10 लोगों पर कार्रवाई की जा रही है, जो मना करने के बावजूद महिला डिब्बे में सवार होकर यात्रा करते हैं. इसके अलावा रोजाना ही रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स रेलगाड़ियों में इस कार्रवाई को अंजाम देती है.

हर स्टेशन पर हो रही है कार्रवाई
ए एन झा ने बताया कि महिला डिब्बे में पुरुष यात्रियों का चढ़ना वर्जित है. हालांकि इसके बावजूद कई लोग जानबूझकर इन डिब्बों में सफर करते हैं. ऐसे ही लोगों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है. जहां उनपर जुर्माना या तय नियम के अनुसार दूसरी तरह की कार्रवाई होती है. ज्यादा फुटफॉल के चलते बड़े स्टेशनों पर ये कार्रवाई की जाती है. हालांकि छोटे स्टेशन भी इससे अछूते नहीं रहते.

Intro:नई दिल्ली:
'एक तीर दो निशाने' हिंदी की एक सुप्रसिद्ध कहावत है. इसी कहावत को दिल्ली मंडल के अधीन काम कर रहे रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स के जवान चरितार्थ कर रहे हैं. रेलगाडियों के महिला डिब्बों में सफर करने वाले मनचलों के खिलाफ रोजाना अभियान चलाकर ये लोग न सिर्फ महिला सुरक्षा के प्रति सजगता दिखा रहे हैं बल्कि रेलवे को राजस्व भी दिला रहे हैं.


Body:जानकारी के मुताबिक, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने साल 2018 में ऐसे ही मनचलों पर कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये रेलवे के राजस्व में अर्जित किए हैं. उक्त साल ऐसे 7 हजार 742 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिनसे बाद में 16 लाख 64 हजार 70 रुपये वसूल किए गए. 2019 में भी ये अभियान जारी है जबकि अब तक ऐसे करीब 1 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई है.

दिल्ली मंडल के सीनियर सिक्योरिटी कमांडेंट (कोऑर्डिनेशन) ए एन झा ने बताया कि ये सही है कि इस कार्रवाई से रेलवे को राजस्व की प्राप्ति हो रही है लेकिन यहां आरपीएफ का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा ही होता है. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोजाना औसतन ऐसे 10 लोगों पर कार्रवाई की जा रही है जो मना करने के बावजूद महिला डिब्बे में सवार होकर यात्रा करते हैं. इसके अलावा रोजाना ही रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स रेलगाडियों में इस कार्रवाई को अंजाम देती है.

झा ने बताया कि महिला डिब्बे में पुरुष यात्रियों का चढ़ना वर्जित है. हालांकि इसके बावजूद कई लोग जानबूझकर इन डिब्बों में सफर करते हैं. ऐसे ही लोगों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है जहां उनपर जुर्माना या तय नियम के अनुसार दूसरी तरह की कार्रवाई होती है. ज्यादा फुटफॉल के चलते बड़े स्टेशनों पर ये कार्रवाई की जाती है. हालांकि छोटे स्टेशन भी इससे अछूते नहीं रहते.




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Last Updated : May 28, 2019, 1:27 PM IST
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