नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा जेएनयू वीसी के खिलाफ शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया गया. इसमें काफी संख्या में छात्रों ने भाग लिया. एबीवीपी का कहना है कि हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. हम जेएनयू के छात्र, छात्रों की चिंताओं के प्रति प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ एकजुट हैं. एबीवीपी का कहना है कि जो मांग हम कर रहे हैं वह छात्रों के हित से जुड़ी हुई है. इसलिए जेएनयू वीसी को हमारी मांग मान लेनी चाहिए.
एबीवीपी ने निम्नलिखित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया:
पी.एच.डी. अधिसूचना 2023: छात्रों ने पीएचडी के लिए तत्काल अधिसूचना की मांग की. प्रवेश प्रक्रिया में सभी योग्य छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने की मांग.
छात्रावास आवंटन: छात्रों के लिए निष्पक्ष और कुशल छात्रावास का आवंटन. अब और विलंब नहीं. प्रत्येक छात्र एक आरामदायक जगह रहने का हकदार है.
छात्रावास नवीनीकरण: प्रशासन से आग्रह किया कि शैक्षणिक विकास और कल्याण के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए छात्रावास नवीनीकरण को प्राथमिकता दें.
पुस्तकालय का मामला: ज्ञान तक पहुंच हमारा अधिकार है. छात्र समुदाय की बौद्धिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक उन्नत और अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय की मांग.
एमसीएम वृद्धि: मेस और कैंटीन शुल्क में वृद्धि को संशोधित करने का सही समय है. एमसीएम दरों में छात्रों ने उचित संशोधन की मांग की.
फैलोशिप का समय पर वितरण: हमारे शोध विद्वान अपनी फैलोशिप के समय पर वितरण के पात्र हैं. उनकी वित्तीय सुरक्षा और निर्बाध शैक्षणिक गतिविधियों के लिए संघर्ष करें.
जेएनयूएसयू चुनाव: छात्रों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग की. साथ ही यह सुनिश्चित किया कि सभी छात्रों की आवाज सुनी जाए. अपने परिसर में लोकतंत्र को मजबूत करने की मांग की.
आयुर्वेद पाठ्यक्रमों की मान्यता: आयुर्वेद हमारी धरोहर है. हम अपने समृद्ध पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करते हुए आयुर्वेद पाठ्यक्रमों की मान्यता और प्रचार के लिए खड़े हैं.
ये भी पढ़ें: IIT Delhi Research: शोधकर्ताओं ने विकसित किया मोबाइल रोबोट रोबोम्यूज 5.0, जानिए इसकी खासियत