नई दिल्ली: कृषि कानूनों के मुद्दे पर सियासत लगातार गर्म है. इसके कारण संसद के बजट सत्र के भी हंगामेदार होने की उम्मीद है. कृषि कानूनों के विरोध में आम आदमी पार्टी ने अब फैसला किया है कि वह कल होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह जानकारी दी है.
कानून वापसी की मांग
संजय सिंह ने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का आम आदमी पार्टी बहिष्कार करेगी. हमारे लोकसभा के सांसद भगवंत मान और राज्यसभा के हम तीनों सांसद कल राष्ट्रपति के अभिभाषण के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे हैं. संजय सिंह ने आगे कहा कि हमारी मांग अभी भी है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस किया जाए. यह किसानों के डेथ वारंट पर साइन किया गया है.
'अल्पमत के बावजूद हुआ था पास'
संजय सिंह का कहना था कि राज्यसभा में सरकार के अल्पमत में होने के बावजूद ध्वनि मत से इसे पास किया गया और यह आम आदमी पार्टी को स्वीकार नहीं है. इसलिए हमने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला किया है. आपको बता दें कि अभी आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक चल रही है और इसी बैठक में अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के समर्थन में फिर से आवाज उठाई है.
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26 जनवरी को किसान परेड के दौरान हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो कुछ भी उस दिन हुआ, उससे यह आंदोलन खत्म नहीं हो सकता. हम सब लोगों को मिलकर किसानों का साथ देना है. उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि पार्टी का झंडा टोपी छोड़कर आम नागरिक के रूप में किसानों के साथ खड़े रहें.