नई दिल्ली: यस बैंक को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक और प्रवक्ता राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी को सीधे तौर पर निशाने पर लिया. राघव चड्ढा ने कहा कि आज से 6 महीने पहले पीएमसी बैंक के ग्राहकों को जमा पूंजी से हाथ धोना पड़ा था और अब एक बड़ा बैंक दिवालिया होने के कगार पर है.
'भाजपा के शासन में बांटे थे लोन'
राघव चड्ढा ने कहा कि चौंकाने वाली बात है कि निजी क्षेत्र का पांचवा सबसे बड़ा बैंक है जो आज दिवालिया होने की राह पर है. लोगों की मेहनत की कमाई खतरे में है. मोदी सरकार के दौरान इस बैंक की गतिविधियों को लेकर भी राघव ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बैंक में बीते 5 साल में बड़े-बड़े उद्योगपतियों को लाखों-करोड़ों लोन दिए और वे अब लौटा नहीं रहे हैं.
'18 लाख हिंदुओं के पैसे फंसे'
आंकड़े सामने रखते हुए राघव ने कहा कि जब भाजपा की सरकार बनी, तो उस समय लोगों पर इस बैंक की देनदारी 55 हज़ार करोड़ रुपए थी जो अब बढ़कर 2 लाख 40 हजार करोड़ हो गई है. राघव ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुओं की बात करती है, लेकिन इस बैंक में 18 लाख हिंदू ग्राहकों के पैसे फंसे हैं और उनमें भगवान जगन्नाथ भी हैं.
'अडानी को थी जानकारी'
राघव चड्ढा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के करीबी उद्योगपतियों को इस बात की खबर थी कि यस बैंक दिवालिया होने की कगार पर है और उन्होंने समय रहते अपने पैसे निकाल लिए. राघव ने खासतौर पर अडानी का जिक्र किया और कहा कि एक तरफ इन उद्योगपतियों को इसकी जानकारी रहती है, वहीं दूसरी तरफ आम लोगों के पैसों को डूबने के लिए छोड़ दिया जाता है.