नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली का साफ आसमान और कम प्रदूषण अब सियासी आरोपों-प्रत्यारोपों की वजह बनता जा रहा है. इस मुद्दे पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी और केंद्र की बीजेपी के बीच श्रेय की सियासत शुरू हो गई है.
कम होते प्रदूषण को लेकर अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार की पीठ थपथपाई, तो वहीं मनोज तिवारी ने इसका श्रेय मोदी की झोली में डाल दिया. अब फिर आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर लिया है.
'कम प्रदूषण का श्रेय मोदी को'
बीते दिन एक कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया है. इसके लिए उन्होंने अपनी सरकार के योगदान का भी जिक्र किया था.
मंगलवार को दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी इसी मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आ गए और उन्होंने कम प्रदूषण का सारा श्रेय मोदी की झोली में डाल दिया, साथ ही केजरीवाल पर झूठा श्रेय लेने का आरोप भी मढ दिया.
'आप' ने साधा निशाना
इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज सामने आए और बयान जारी करते हुए उन्होंने मनोज तिवारी पर चुटकी ली. सौरभ ने कहा है कि हम मनोज तिवारी जी की बात से सहमत हैं.
दिल्ली का सारा प्रदूषण कम करने का श्रेय बीजेपी को जाता है. लेकिन नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में बढ़ते प्रदूषण की वजह केजरीवाल हैं, क्योंकि वे योगी जी को और मनोहर खट्टर जी को काम नहीं करने देते.
बीजेपी पर जमकर बरसे सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा है कि नवंबर में पराली जलाने की वजह से दिल्ली में प्रदूषण बहुत बढ़ेगा, दिल्ली गैस चैंबर बन जाएगी और यह दिल्ली के अधिकार क्षेत्र से बिल्कुल बाहर है. अगर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पराली जलाना कुछ कम हो सके, तो केंद्र सरकार नैतिक रूप से बधाई की पात्र होगी.
इस बयान में सौरभ ने प्रदूषण से जुड़े कुछ आंकड़े भी सामने रखे हैं. उन्होंने कहा है कि साल 2019 की वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में सात भारत में हैं.
हैरानी की बात है कि ये सारे के सारे बीजेपी शासित प्रदेश हैं. इनके नाम हैं- गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद, भिवाड़ी, लखनऊ और पटना. आशा है बीजेपी अपने राज्यो में भी थोड़ा काम करेगी.